रिपोर्टर – रफीक खान
सुकमा / तेलंगाना से झारखण्ड के लिए रवाना हुए मजदूरों का एक दल अपनी राह भटकते हुए छत्तीसगढ़ की सरहद पार नक्सलियों के गढ़ में जा पहुँचा | पिछले चार दिनों से ये मजदूर पैदल ही अपने घरो की ओर निकल पड़े है | लॉक डाउन की वजह से रोजगार नहीं मिलने के चलते तेलंगाना में काम कर रहे झारखंड के इन मजदूरों को अपने गृह जिले का रुख करना पड़ा है | ये मजदुर भटक कर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा के घोर नक्सल प्रभावित इलाके में पहुंचे तो उनकी जान सूख गई | हालांकि स्थानीय पुलिस की निगाहे उन पर पड़ गई | पुलिस फ़ौरन उनका सहारा बनी और उनके लिए भोजन पानी की व्यवस्था की |
हालांकि पुलिस के दबाव के चलते इस इलाके में नक्सली अपने मांद में छिपे है, बावजूद इसके उनका खौफ खत्म होता नजर नहीं आ रहा है | छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन दवाईयों का प्रबंध किया | फिर अपने वाहनों से उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया |
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जगरगुंडा थाना प्राभारी ने तत्काल इन मजदूरों का हालचाल जाना और उनके आने की सूचना एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी को दी | मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वे तेलंगाना से झाखण्ड जाने के लिये पिछले 4 दिन पैदल चल रहे हैं | पुलिस की इस सक्रियता से प्रवासी मजदूरों ने ना केवल राहत की साँस ली बल्कि हमारे जवानों की मानवीय मदद की सराहना भी की |