इधर शादी उधर क्वारंटाइन सेंटर , लॉकडाउन में इस जोड़े को शादी की अनुमति लेकिन तोहफे में क्वारंटाइन , प्रशासन ने कहा शादी की अनुमति और वर-वधू को क्वारंटाइन सेंटर भेजने का फैसला नियमानुसार  

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मनेन्द्रगढ़ / लॉकडाउन में कई लोगों के जीवन में ऐसा उतार चढ़ाव आ रहा है कि घटना-दुर्घटनाएं यादगार बनती जा रही है | आमतौर पर शादी के बाद विवाहित जोड़ा हनीमून की यात्रा पर जाता है | लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में निवासरत एक शख्स को अपनी पत्नी के साथ 14 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर जाना पड़ गया | इस जोड़े की शादी दो दिन पहले ही हुई थी | दूल्हा छत्तीसगढ़ के कोरिया शहर का निवासी है | तो उसकी पत्नी मध्यप्रदेश के  नौरोजाबाद इलाके में रहती है | दोनों की शादी लॉकडाउन के गाइडलाइन के तहत हुई | लेकिन सरहद पार करना इस जोड़े को भारी पड़ गया | इस परिवार को सिमित सदस्यों के साथ विवाह संपन्न करने की अनुमति मिली थी | लेकिन बिदाई के बाद जब इस दंपत्ति ने मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ का रुख किया तो सरहद पर तैनात सरकारी कर्मियों ने उन्हें कोरिया जाने से रोक दिया | इसके बाद उन्हें क्वारंटाइन सेंटर की राह दिखा दी गई | बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के जिस इलाके से दुल्हन आई है , उस शहर में भी कोरोना का संक्रमण है | उधर प्रशासन का कहना है कि शादी की अनुमति भी नियानुसार दी गई थी और क्वारंटाइन सेंटर भेजने का निर्देश भी गाइडलाइन के तहत है | 

बताया जाता है कि मनेन्द्रगढ़ निवासी सुशील गुप्ता ने काफी जद्दोजहद के बाद शादी करने की प्रशासन से अनुमति तो हासिल कर ली, लेकिन सात फेरे लेने के बाद जब अपनी पत्नी के साथ घर लौटे तो उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वे बजाय अपने घर के क्वारंटाइन सेंटर पहुँच जायेगे | उनके दाम्पत्य जीवन की शुरुआत प्रशासन और लॉकडाउन के बीच गोते खाने लगी | उनकी पत्नी ने भी सपने में नहीं सोचा था कि उसे ससुराल के बजाये क्वारंटाइन सेंटर का मुंह देखना पड़ेगा | छत्तीसगढ़ की सरहद में दाखिल होते ही इस दंपत्ति को प्रशासन द्वारा बनाये गये क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया | 

बताया जाता है कि लॉकडाउन की वजह से दूल्हे के पिता उत्तर प्रदेश में अपने गृहनगर में ही फंस गए | वे अपने नाते-रिश्तेदारों को शादी का न्यौता देने गए थे | लेकिन काफी हाथ पैर मारने के बावजूद उनकी कोरिया शहर में वापसी नहीं हो पाई तो उन्होंने अपने बेटे को तय कार्यक्रम के तहत शादी करने की सहमति दे दी | लॉकडाउन में पारिवारिक परामर्श के बाद किसी तरह से शादी संपन्न करने की योजना पर अमल किया गया | 

स्थानीय प्रशासन ने गुप्ता परिवार को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शादी करने की अनुमति दे दी | दूल्हा अपने साधनों से किसी तरह मध्यप्रदेश के नौरोजाबाद पहुंचा | यहां पारंपरिक रीति-रिवाज से इस दंपत्ति की शादी संपन्न हुई | बिदाई के बाद जब विवाहित जोड़ा कोरिया जिले के  मनेन्द्रगढ़ पहुंचा,तो शहर की सीमा में तैनात प्रशासन की टीम ने इन्हें नियम समझा दिया | बताया गया कि दंपत्ति के पास मध्यप्रदेश से कोरिया आने की वैधानिक अनुमति नही है | नियमनुसार यह अनुमति इस दंपत्ति को मध्यप्रदेश सरकार से लेनी थी | कायदे कानून समझाकर प्रशासन की टीम ने इस दंपत्ति और उनके साथ मौजूद अन्य लोगों को क्वारनटाइन सेंटर में चौदह दिन के लिए रहने के लिए भेज दिया | उधर पीड़ित दंपत्ति के परिजनों और स्थानीय लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मानवीय रवैया अपनाने की अपील की , तो प्रशासन कुछ नरम पड़ा | बताया जाता है कि सुशील और उसकी माँ ने प्रशासन से बार-बार गुजारिश की कि वे घर मे ही बाहर से ताला लगाकर कोरेनटाइन कर लेंगे और प्रशासन को पूरा सहयोग करेंगे | तब जाकर जिला प्रशासन ने दूल्हा और दुल्हन को होम क्वारंटाइन करने की अनुमति दी | अब ये नए जोड़े 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन रहेंगे |