शराब पर छलका महिलाओं का दर्द, मुश्किल से छूटी थी आदत, अब फिर होगी कलह, महिलाओं ने मुख्यमंत्री बघेल से प्रदेश में शराब बिक्री पर की रोक लगाने की मांग 

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रायपुर / लॉकडाउन में थोड़ी सी ढील के दौरान शराब की दुकानें खोले जाने से राजधानी की महिलाएं दुखी हैं। दो दिनों में महिलाओं के दिल का दर्द छलक उठा। महिलाओं का कहना है कि डेढ़ महीने से लॉकडाउन में शराब दुकानें बंद होने से बड़ी मुश्किल से मर्दों के पीने की आदत छूटी थी। अब फिर से शराब दुकानें खोल दिए जाने से मर्द पीकर आएंगे और हर घर में लड़ाई, झगड़ा, कलह का माहौल पैदा होगा। अलग-अलग समाज की महिलाओं ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि शराब दुकानों को बंद करके प्रदेश की जनता को राहत दी जाए।

रायपुर शहर जिला साहू संघ महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष किरण साहू के नेतृत्व में महिलाओं ने शराब के विरोध में कर्मा धाम में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। यहां आने वाली महिलाओं का हाथ सैनिटाइजर से धुलवाया गया। महिलाओं ने कहा कि हर वार्ड में निर्धन परिवारों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई।

अब पता चल रहा है कि उस घर के मर्द शराब खरीद रहे हैं। ऐसे में सहायता करने का क्या औचित्य है? अब उन घरों में मारपीट, झगड़े होने लगेंगे। महिलाओं ने सरकार से शराब बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है।

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उत्कल समाज की महिला अध्यक्ष सावित्री जगत के नेतृत्व में महिलाओं ने शराब दुकानें खोले जाने पर विरोध जताया। महिलाओं का कहना है कि जैसे तैसे परिवार का गुजर-बसर हो रहा था, महिलाओं ने ले देकर थोड़े पैसे बचाए थे, अब उनके पति झगड़ा करके शराब में खर्च कर रहे हैं। आने वाले समय में कई परिवारों में आपराधिक घटनाएं बढ़ेंगी। इसे रोकने के लिए सरकार शराब दुकानों को बंद कराए।