सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण का खौफ, सेल में संक्रमण से बचने के लिए कैदी की हठ पूजा, अपना गुप्तांग काट कर मंदिर में चढ़ाया, हालत गंभीर

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ग्वालियर वेब डेस्क / जेलों में कोरोना संक्रमण का जबरदस्त खौफ है | कई जेलों में संक्रमण फैला भी है | अब हालात यह है कि कोरोना का नाम सुनते ही कैदियों की हवा गर्म हो रही है | बैरक हो गया सेल, कैदी जहां भी सजा काट रहे है , वहां संक्रमण को लेकर काफी  सचेत है |  ग्वालियर सेंट्रल जेल में संक्रमण से बचने के लिए एक कैदी अंधविश्वास का शिकार हो गया | उसने खुद को  संक्रमण से बचाने के लिए हठयोग पूजा की| फिर अपना गुप्तांग काटकर भगवान को चढ़ा दिया|

बताया जाता है कि हत्या के मामले में दोषी 25 वर्षीय इस कैदी ने आज मंगलवार को यह कदम उठाया | उसने पूजा पाठ के बाद अपना गुप्तांग काट कर ग्वालियर की केंद्रीय जेल के भीतर स्थित मंदिर में उसे चढ़ा दिया। पीड़ित कैदी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।

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ग्वालियर केंद्रीय जेल के अधीक्षक मनोज साहू ने न्यूज टुडे को बताया कि कैदी ने सोमवार रात को नींद में एक सपना देखने के बाद अपना गुप्तांग काटने का फैसला लिया था | जेल सुप्रीटेंडेंट के मुताबिक घायल कैदी ने उन्हें बताया था कि सपने में उसने भगवान शिव को देखा था । उन्होंने बताया कि घटना उजागर होते ही फौरन कैदी को अस्पताल ले जाया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

जेल सुप्रीटेंडेंट साहू ने बताया कि , ‘ भिण्ड जिले का रहने वाला 25 वर्षीय विष्णु कुमार हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उन्होंने बताया कि कैदी ने मंगलवार सुबह 6.30 बजे जेल परिसर में स्थित भगवान शिव के मंदिर में पूजा की और अपना गुप्तांग काट कर मंदिर में चढ़ा दिया।’साहू ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में विष्णु ने बताया कि सोमवार की रात को उसने अपने सपने में आए भगवान के कहने पर यह कदम उठाया है । उन्होंने बताया कि विष्णु की हालत गंभीर है। विष्णु 2018 से ग्वालियर की केंद्रीय जेल में बंद है। 

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साहू ने बताया कि कैदी ने इस काम के लिए चम्मच का इस्तेमाल किया था । उन्होंने बताया कि मंदिर में कैदी विष्णु के रोने की आवाज सुनकर अन्य कैदी और जेल वार्डन मौके पर पहुंचे थे | उन्होंने उसे मंदिर में खून से लथपथ गिरा हुआ पाया था। इसके बाद उसे तुरंत जयारोग्य अस्पताल ले जाया गया | यहाँ उसका इलाज कैदी वार्ड में किया जा रहा है।