मध्य प्रदेश में फिर सियासी घमासान तेज, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का दावा उपचुनावों के बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी, उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केबिनेट विस्तार में जुटे 

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भोपाल वेब डेस्क / मध्यप्रदेश में लॉक डाउन खुलते ही पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री अपने अपने काम में जुट गए है | उन्हें इसी घडी का इंतज़ार था, ताकि एक दूसरे को पटखनी दी जा सके | एक ओर जहाँ शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्री मंडल के विस्तार में जुटे है, वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सत्ता में वापसी की रणनीति पर काम कर रहे है | उनका दावा है कि प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस की सत्ता में वापसी होगी | 

भोपाल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी को उपचुनावों में उतरना भारी पड़ेगा | उनके मुताबिक जनता सब जानती है कि कांग्रेस के विधायक किन कारणों से बीजेपी में गये हैं और अब वो क्यों वोट मांगने आए हैं | उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि कांग्रेस को विश्वास मत के लिए पर्याप्त विधायक मिल जायेंगे | कमलनाथ ने कहा, ”मेरे पास राजनीति का लंबा अनुभव है मगर लालच और महत्वाकांक्षाओं की राजनीति का अनुभव नहीं रहा, इसलिए सरकार चलाने में मुश्किल आयी |

उन्होंने आगे कहा कि उनको मुख्यमंत्री पद जाने का अफसोस नहीं है | दुख इस बात का है कि प्रदेश को नई पहचान दिलाने के लिए जो प्रयास कर रहा था वो नई सरकार उसे उलट रही है | कमलनाथ ने बीजेपी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार के उन आरोपों को बेबुनियाद बताया जिसमे कहा गया था कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी | बीजेपी के आरोपों का जबाव देते हुए कमलनाथ ने कहा कि कोविड के लिए उनकी सरकार ने जनवरी से ही तैयारियां शुरू कर दी थी | लगातार बैठकें कर स्वास्थ्य विभाग को इस महामाीरी से निपटने के लिए आदेश दिए गए | जो कांगजों में देखे जा सकते हैं |

उन्होंने कहा कि जिस आईफा के लिए बीजेपी उन पर तोहमत लगा रही है वही आईफा कोविड के चलते मैंने ही रद्द करवाया | अब सरकार सिर्फ मुंह चलाने का काम कर रही है | जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा | उन्होंने कहा कि सरकार चलाने और मुंह चलाने में फर्क होता है | हैरानी इस बात की है कि पंद्रह साल सरकार में रहने वाले सिर्फ पंद्रह महीने की सरकार चलाने वालों से सवाल कर रहे हैं और प्रदेश की बीमार स्वास्थ्य विभाग के बारे में जबाव सवाल कर रहे हैं | 

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बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिहं घोषणाओं की राजनीति ही करना जानते हैं | इतने लोगों को पैसे बांट दिए, उतनों को बांट दिए मगर किसे दिया गया पैसा कोई सामने नहीं आता | कमलनाथ ने कहा कि मेरी टीम पुरानी ही है | दिलचस्प बात यह रही कि एक सवाल का जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा कि दिग्विजय सिंह से किसी प्रकार के कोई मतभेद नहीं है | हम दोनों ही अंधेरे में रहें कि हमारे विधायक वापस आ जाएंगे मगर वो जिस लालच में गए थे उस लालच से हम उनको नहीं जीत सकते थे |