कोरोना से बचने के लिए मेथेनॉल पी गए हजारों लोग, 728 की हो गई मौत , भारत में शराब कंपनियों द्वारा निर्मित सैनेटाइजर की शराब ब्रांड के नाम पर बिक्री भी खतरनाक

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दिल्ली वेब डेस्क / इन दिनों कोरोना से बचने के लिए लोग दवाईयों और कई नुस्खों को आजमा रहे है | लेकिन यह जानलेवा भी साबित हो रहा है | भारत में सेनेटाइजर पीने से कुछ राज्यों में मौत के मामले सामने आये है | यही नहीं भारत में इस बात को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है कि कई राज्यों में शराब कंपनियों ने अपने प्रोडक्ट की ब्रांडिग के लिए सेनेटाइजर का नाम भी प्रचलित शराब के नाम पर कर रखा है | आमतौर पर मिनरल वाटर और सोडा वाटर की बोतले ब्रांडेड शराब के नाम पर बाजार में उपलब्ध है |

लेकिन अब सेनेटाइजर की बोतले भी शराब के नाम की तरह प्रचलन में आ रही है | यह काफी खतरनाक भी साबित हो रहा है | दरअसल सेनेटाइजर की फौरन मांग के चलते कई राज्यों ने शराब कंपनियों को इसके निर्माण का लाइसेंस दिया था | लेकिन शराब कंपनियों ने मौके का बेजा फायदा उठाया और शराब के हमनाम सेनेटाइजर को बाजार में ला दिया |

दरअसल पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है | लोगों में इसका खौफ बैठ गया है | इस वायरस से बचने का जैसे ही कोई दावा किया जाता है लोग उसे तुरंत आजमाने लगते है | ऐसे ही एक अफवाह की वजह से ईरान में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई | दरअसल वहां यह अफवाह फैल गई कि मेथेनॉल पी लेने से कोरोना वायरस नहीं फैलता | बस इसके बाद वहां बड़ी संख्या में लोगों ने जहरीला मेथेनॉल पी लिया जिसके बाद वहां करीब 700 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ दिया | कई अस्पतालों में अभी भी पीड़ितों का इलाज जारी है | इसलिए अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है |

प्रतीकात्मक तस्वीर 

ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के एडवाइजर होसैन हसैनियन के मुताबिक अलग-अलग माध्यमों में मौत के आंकड़े को लेकर अंतर इसलिए है क्योंकि जहरीली शराब पीने वाले करीब 200 पीड़ितों की मौत अस्पताल के बाहर हुई थी | बीते साल अप्रैल महीने में जारी एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के कारण ईरान में पिछले साल के मुकाबले दसगुना ज्यादा जहरीली शराब पीने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है | राष्ट्रीय प्राधिकरण ने इस घटना को लेकर बताया कि जहरीली शराब की वजह से 20 फरवरी से 7 अप्रैल के बीच 728 ईरानियों की मौत हो गई. स्थानीय स्टेट टीवी ने ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किन्यौस जहानपुर के हवाले से बताया कि जहरीली मेथेनॉल शराब पीने की वजह से 525 लोगों की मौत हो गई है | जहानपुर ने बताया कि मेथेनॉल शराब से कुल 5,011 लोगों को जहर दिया गया था |

इस समय ईरान में लगभग 40 शराब फैक्ट्रियां हैं लेकिन ये सभी कंपनियां शराब के उत्पादन की जगह सैनिटाइजिंग और कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने वाले सामानों के उत्पादन में जुटी हुई हैं | कोरोना वायरस ने ईरान की कमर तोड़कर रख दी है. ईरान में इस जानलेवा महामारी की वजह से 5806 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 91000 संक्रमित मरीज हैं | फ़िलहाल इन खबरों के बाद भारत के कई राज्यों ने सेनेटाइजर उत्पादन में जुटी शराब कंपनियों की लगाम कसना शुरू कर दिया है | पंजाब , हरियाणा और चंडीगढ़ में शराब के नाम पर बिकने वाले सेनेटाइजर पर रोक लगाई गई है |