बे-मौसम हुई ओला बारिश और लॉकडाउन ने किसानों पर बरपाया कहर , सब्जियों को फेंकने और नष्ट करने पर हुए मजबूर , सीएम को पत्र लिखकर की बैंक का कर्ज माफ़ करने की मांग   

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रिपोर्टर – रघुनंदन पंडा 

दुर्ग /लॉकडाउन ने किसानों पर कहर बरपाया है। सब्जी उगाने वाले किसान परेशान हैं। बाजार में सब्जियां जा नहीं पा रहीं और बिचौलिये दाम कम दे रहे हैं। यहां तक कि जो सब्जियां खेतों में पड़ी हैं, वे भी पड़े-पड़े सड़ रही हैं। लॉकडाउन में किसानों की आमदनी पर बड़ा असर पड़ रहा है। निराश होकर दर्जन भर गांव के किसानों ने छत्तीसगढ़ सरकार को पत्र लिखकर बैंक के कर्ज को माफ करने को कहा है ।

 किसानों का कहना है कि पहले ओला बारिश से उनकी फसलों को नुकसान हुआ। अब लॉकडाउन के चलते गांव में सब्जी लेने व्यापारी आ नहीं रहे हैं। इससे उनका माल बाजार तक नहीं पहुंच रहा जिससे कि उनकी सब्जियां सड़ रही हैं। दुर्ग जिले अछोटी मरमुदा  गांव में सब्जियों की खेती करने वाले किसान बेमौसम बारिश के बाद अब कोरोना की मार से परेशान हैं। यहां के किसान चंद्रकांत राठौड़ व विमल चावड़ा  ने बताया कि सब्जी तैयार है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से न तो उसे बाजार तक भेज पा रहे हैं, न ही अन्य शहरों तक। ऐसे में अब उसे फेंकने व नष्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

https://youtu.be/P-m7PmvfSfM

 इन किसानों ने अपने खेत में फले पत्ता गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चलाया। रायपुर-दुर्ग जिले में 3 दिन तक कर्फ्यू जैसी सख्ती के कारण निकाली गई लौकी भी खेतों में फेंक दी  गई है ।सब्जी  किसान की फसल आधी रह गई  ,किसान औने-पौने दामों पर दलालों  को सब्जियां बेचने पर मजबूर हैं। वहीं कुछ किसान जानवरों को सब्जी खिलाकर खेतों में पड़ी सब्जी को खत्म कर रहे