पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने राज्य की आर्थिक स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए आशंका जताई है कि राज्य आर्थिक दिवालिएपन की ओर बढ़ रहा है । ऐसा हो सकता है कि क़र्ज़ ना मिले तो वेतन भी ना दे पाएँ । बीजेपी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए रमन सिंह ने कहा प्रदेश आर्थिक अराजकता में फँस गया है, यह हाल रहा तो फ़ायनेंसल एजेंसियाँ सरकार को क़र्ज़ देने से भी मना कर देंगी |
उन्होंने कहा कि वर्तमान आईटी के युग में भी 20 दिनों से ट्रेजरी का सर्वर डाउन पड़ा है, जिसके कारण 2000 करोड़ के बिल अटके हुए है | जबकि 20 दिनों तक सर्वर डाउन होना संभव ही नहीं है | पूर्व मुख्यमंत्री र रमन सिंह ने आरोप लगाया है कि यह सब जानबूझकर किया जा रहा है और पुरानी सरकार की योजनाओं को बंद करने की साजिश की जा रही है | |पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा दाल भात केंद्रों को बंद किया जा रहा है जो कि गरीबो के लिए छोटी योजना थी | उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है आगे क्या स्थियी होगी क्योकि 2 साल का बोनस देना अभी बाकी है | कांग्रेस ने घोषणा की थी लेकिन अब शिक्षकों का और संविदा कर्मचारियों का क्या होगा | लोकसभा चुनाव के बाद इस सरकार की स्थिति और खराब हो जाएगी |
लगातार SIT गठन और कार्रवाइयों पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति यानी मुझे फसाने की साजिश है | इसलिए षड्यंत्र के तहत काम किया जा रहा है | जो भी हो रहा है वह सब न्यायलय में साफ हो जाएगा वर्तमान सरकार सिर्फ मुझे बदनाम करने की साजिश कर रही है | वही डीकेएस भवन के मसले पर उठे सवाल पर रमन सिंह ने कहा है कि,अपर सचिव सरकार का ही हिस्सा होता है । आरोप लग रहे हैं कि शिक्षा विभाग के अपर सचिव इस मसले में गारंटर बने हैं ।