लॉकडाउन पास की बंदरबांट , VVIP अपने वाहनों समेत घरों से बाहर ,आम लोगों पर कानून का डंडा , रसूखदारों को थोक में बांटे जा रहे पास , कोई सैर सपाटे के लिए तो कोई कोटा में अध्ययनरत बच्चों की घर वापसी की आवाजाही में जुटा 

0
12

पटना वेब डेस्क / देश में लॉकडाउन के नियम कड़े है , पास मिलना दूर की कौड़ी साबित होता है | सड़कों पर आते ही पुलिस कर्मी डंडा मारने से पीछे नहीं रहते | आवश्यक कार्य के बावजूद घरों से बाहर निकलना मुश्किल है | यह सबकुछ आम लोगों पर लाद दिया गया है | लेकिन वीआईपी जमात पर कायदे कानून लागू नहीं है | उन्हें घर बैठे लॉकडाउन पास थोक में मिल रहे है | पास भी ऐसे कि राज्य के अंदर और बाहर बे रोकटोक वे आवाजाही कर सकते है | मामला बिहार का है |  नीतीश कुमार की सरकार में वीआईपी के लिए लॉकडाउन नियम-कानून हल्के में लिए जा रहे हैं | 

नवादा में एक विधायक को एसडीओ ने पास जारी किया और वे गाड़ी लेकर कोटा पहुंच गए | यहां से उन्होंने अपनी बेटी को गाड़ी में बैठाया और सीधे घर ले आये | यही हाल तमाम जिलों का है | खबर है कि भोजपुर,पटना ,हाजीपुर ,मधुबनी और सासाराम में  वीवीआईपी लोगों को बड़ी तादाद में पास बांटे गए | ताकि वे देश में कही भी आवाजाही कर सके | 

बिहार में नितीश कुमार के राज में लॉकडाउन के नियमों को कैसे ठेंगा दिखाया जा रहा है, इसे पूरा देश देख रहा है | भोजपुर में सदर एसडीओ ने थोक की तादाद में राजस्थान जाने के लिए पास बांट दिए | ताकि कोटा से वीवीआईपी लोगों के बच्चों की लॉकडाउन में घर वापसी हो सके |

 ये भी पढ़े : देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है और बीजेपी सांप्रदायिकता और नफरत के वायरस को फैला रही है, सोनिया गांधी   

नीतीश सरकार लगातार कह रही है कि वो बाहर से छात्रों को बिहार लाने के पक्ष में नहीं है, वही दूसरी ओर अफसरों के जरिये  वीवीआईपी लोगों को धड़ल्ले से पास बांटने की खबरें सामने आ रही हैं | दूसरी ओर आम लोग है , जिन्हे कई महत्वपूर्ण कार्यों से इधर उधर जाना है | लेकिन उनकी कही सुनवाई नहीं हो रही है |