जम्मू वेब डेस्क / कोरोना महामारी के कारण लगे ग्रहण के चलते अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई है | अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने साल 2020 के लिए अमरनाथ यात्रा को रद्द करने का ऐलान किया है | दरअसल भक्तों और सेवकों को संक्रमण से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया | इस फैसले से लाखों भक्तों को आघात पहुंचा है | लेकिन उन्होंने कोरोना को हराने के लिए इसे बेहतर कदम करार दिया है | जम्मू-कश्मीर के एलजी और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन गिरीश चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया | इसमें कहा गया कि पूरी कश्मीर घाटी में जहां-जहां से होकर अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालु गुजरते हैं 77 कोरोना रेड जोन हैं | इसकी वजह से लंगरों की स्थापना, मेडिकल सुविधाएं, कैंप लगाना, सामानों की आवाजाही, रास्ते पर पड़े बर्फ को हटाना संभव नहीं है |
एलजी जीसी मुर्मू ने कहा कि हालांकि सरकार लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया है, लेकिन अभी तक ये तय नहीं है कि कोरोना वायरस की वजह से देश में सारी गतिविधियां कबतक बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार और प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है | लिहाजा इस यात्रा पर रोक के अलावा फ़िलहाल कोई विकल्प नहीं है |
मौजूदा हालात के मद्देनजर बोर्ड ने एकमत से फैसला लिया कि साल 2020 में अमरनाथ यात्रा कराना संभव नहीं होगा. हालांकि बोर्ड ने यह भी तय किया है कि बाबा बर्फानी की प्रथम पूजा और समापन पूजा पारंपरिक हर्ष और उल्लास के साथ की जाएगी.बोर्ड की मीटिंग में यह भी तय किया गया कि बाबा बर्फानी की पूजा और शिवलिंग दर्शन को दुनिया भर में फैले बाबा के भक्तों तक ऑनलाइन पहुंचाया जाए | अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि जैसे उन्होंने कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया है , ताकि लोग एक साथ जमा न हो पाएं, इसलिए भक्तों से भी गुजारिश की जाती है कि वे एक साथ जमा न हों |