महाराष्ट्र में रावण राज, लोगों ने आधी रात घेरकर मार डाला साधुओं को, पालघर में हिंदू साधु की मॉब लिंचिंग पर भड़के संत, अखाड़ा परिषद की चेतावनी- एक्शन हो, नहीं तो करेंगे महाराष्ट्र कूच, कार्रवाई को लेकर उद्धव सरकार की लेट लतीफी से नाराज साधु संत

0
5

मुंबई वेब डेस्क / महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग का मामला तूल पकड़ लिया है | आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार विपक्ष और साधु संत के निशाने पर है | अखाड़ा परिषद ने आरोपियों के खिलाफ देरी से कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लिया है | वही बीजेपी ने भी कहा है कि हिंदू साधु संतों की हत्या को लेकर सिर्फ आरोपियों नहीं बल्कि स्थानीय पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए |

बीजेपी के मुताबिक पुलिस इन साधु संतों को बचा सकती थी , लेकिन उसने मामले को गंभीरता से नहीं लिया | उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत की है | ठाकरे ने उन्हें कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है | उन्होंने बताया कि प्राथमिक रूप से स्थानीय थाने के दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है |

महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग पर संत समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है | अखाड़ा परिषद ने कहा है कि महाराष्ट्र में रावण राज चल रहा है और अगर जिम्मेदार लोगों पर एक्शन नहीं होता है तो लॉकडाउन के बाद नागा साधुओं की फौज महाराष्ट्र कूच करेगी | बीजेपी सांसद साक्षी महाराज भी इस घटना पर राज्य सरकार के रुख से नाराजगी जताई है | उन्होंने कहा है कि उद्धव ठाकरे की आंखे बंद है | साधुओं की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्य्क्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो संतों के साथ जो हुआ वो बेहद दर्दनाक है. उन्होंने कहा कि साधुओं की मौत पर मुझे आश्चर्य है कि यह मनुष्य नहीं कर सकता, राक्षस लोग ही ऐसा कर सकते हैं.

ये भी पढ़े : जबलपुर से भागा कोरोना संक्रमित रासुका बंदी जावेद नरसिंहपुर में  गिरफ्तार, चेकिंग के दौरान पकड़ा गया, डीजीपी ने रखा था 50 हजार का इनाम

उधर नरेंद्र गिरी महाराज ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र में अब रावण राज आ गया है | यहां निर्दोष संत-महात्माओं को मारा जा रहा है, बिना किसी अपराध के मारा जा रहा है | यह घटना निंदनीय है , हमलावरों को राक्षस बताते हुये नरेंद्र गिरी महाराज ने उन्हें तत्काल गोली मार देने की बात भी कही | उन्होंने कहा कि ये राक्षस हैं और राक्षसों को मारने में कोई पाप नहीं लगता | नरेंद्र गिरी महाराज ने ये भी कहा है कि पुलिस खुद संतों को पकड़कर ले गई और भीड़ के बीच छोड़ दिया | ये आरोप लगाते हुये नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि जो पुलिसकर्मी घटना के वक्त वहां मौजूद थे उन्हें बर्खास्त किया जाये, अगर ऐसा नहीं हुआ तो 3 मई के बाद नागा साधु महाराष्ट्र कूच करेंगे | 

पालघर घटना पर बीजेपी सांसद साक्षी महाराज भी बेहद नाराज हैं | उनका कहना है कि इस घटना से पूरी मानवता शर्मसार हो गई है | इस नृशंस हत्या की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है |  दुर्भाग्य की बात तो यह है वहां पर आधा दर्जन पुलिस वाले भी थे जो मूकदर्शक बने हुए थे. उनका कहना है कि कई वीडियो में तो ऐसा लग रहा था कि पुलिस वाले साधुओं को भीड़ वालों के हवाले कर रहे हैं | 

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हत्यारे तो दोषी हैं, लेकिन पुलिस भी इस घटना में कम दोषी नहीं है | पुलिस कह रही है कि पुलिस वालों को चोट लगी है | नकली चोट बनाई गई होगी | बीजेपी सांसद ने कहा कि इस घटना पर न्याय नहीं हुआ तो वह लॉकडाउन खत्म होने के बाद महाराष्ट्र की तरफ कूच करेंगे | साक्षी महाराज का यहां तक कहना है कि लॉकडाउन चल रहा है |  महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा महामारी फैली हुई है | उसके बावजूद भी सड़क पर 200-250 लोग हथियार लेकर कहां से और कैसे आ गए. यह बड़ी हैरानी की बात है | 

ये भी पढ़े : एम्स की महिला डॉक्टर ने खुदकुशी की कोशिश की, सीनियर पर जातिगत उत्पीड़न का आरोप, आईसीयू में भर्ती, केंद्रीय स्वास्थ मंत्री और एसटी एससी कमीशन को चिठ्ठी लिखने के बाद डॉक्टर ने जान देने का किया फ़ैसला

उनका कहना है कि साधुओं के कपड़े देखकर कुछ लोगों ने उन पर पर हमला किया. कुछ लोग भगवा के विरोध में कुछ प्रांतों में हैं | जानबूझकर दो महात्मा की हत्या कर हिंदू समाज को सबक सिखाने का प्रयास किया गया | इसलिए सारा साधु समाज आक्रोशित है | पालघर में 16 अप्रैल की रात भीड़ ने दो संतों को पीट-पीटकर मार दिया | बताया जा रहा है कि चोर और डकैतों की अफवाह के चलते इलाके में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं |