तिरुवनंतपुरम वेब डेस्क / किसी शख्स को हाउस बोट में रहने का स्थान मिल जाये तो यह लमहा उसके लिए यादगार बन जाता है | लेकिन अब कोरोना संक्रमितों की याद भी कम रोचक नहीं रहेगी | खासकर उन मरीजों की जिन्हे इलाज के लिए हाउस बोट में स्थान मिले | दरअसल कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए केरल सरकार ने दो हजार हाउसबोटों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने का एलान किया है। इस पर फ़ौरन काम भी शुरू कर दिया गया है |
केरल के अधिकारियों ने न्यूज़ टुडे से कहा कि वे राज्य के हाउस बोटों को कोविड-19 के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड में बदल रहे हैं। केरल के लोक निर्माण मंत्री जी सुधाकरन ने कहा कि हाउस बोटों में कम से कम 2,000 वार्ड बनाने के लिए काम जोरों से जारी है। सुधाकरन ने बताया कि नाव मालिक जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं | उन्होंने कहा कि ये वार्ड इसी माह तैयार हो जाएंगे।
तिरुवनंतपुरम जिले में 700 लाइसेंस प्राप्त हाउस बोट हैं | इनमे से लगभग आधी छह कमरों वाली डबल डेकर नौकाएं हैं। यही नहीं फिल्म उद्योग, व्यापारियों और उद्योगपतियों के भी अपने हाउस बोट हैं। केरल सरकार ने विदेशों से आने वाले राज्य के निवासियों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए हाउस बोटों का इंतेज़ाम किया है | यूएई में 30 लाख भारतीयों में कम से कम एक-तिहाई केरल के रहने वाले हैं | इसलिए राज्य सरकार मई माह में उनके आगमन के पहले राज्य के विभिन्न जिलों में दो लाख बिस्तर तैयार करना चाहती है।
केरल हाउस बोट के महासचिव ने कहा कि हम अपनी नौकाओं को सरकार को सौंपकर खुश हैं। अधिकांश नौकाएं बंद हैं क्योंकि पिछले दो महीनों में कोई पर्यटन गतिविधियां नहीं हुई हैं | उनके मुताबिक आने वाले महीनों में भी उन्हें व्यापार में कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। लिहाजा वो अपनी नौकाओं को सौंपकर वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में शामिल हो रहे हैं।