रायपुर / छत्तीसगढ़ में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत ही सीमित एक मात्र पॉजिटिव पाई गई है | सरकार के समय पर उठाये गए ठोस कदम और जनता के सहयोग से संक्रमण का उतना असर नहीं हो पाया है , जितना कि पडोसी राज्यों में | देश प्रदेश में कोरोना संक्रमण हवाई यात्रियों के जरिये फैला है | राज्य के तमाम इलाकों में जो भी मरीज पाए गए , उन्होंने विदेश भ्रमण किया था | हवाई मार्ग से तमाम यात्रियों की स्वदेश वापसी हुई | इसके उपरांत ही देश प्रदेश में कोरोना का संक्रमण सामने आया | राज्य के लोगों और कई सामाजिक संस्थाओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कम से कम 15 दिनों तक घरेलू उड़ानों पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है |
लोगों की दलील है कि छत्तीसगढ़ में स्थिति अभी नियंत्रण में है , लेकिन हवाई यात्राओं पर रोक नहीं लगाई गई तो संक्रमण के फैलने के आसार है | लोगों ने सरकार के ध्यान में यह तथ्य लाया है कि भारत में कोरोना देशी विदेशी यात्रियों की हवाई यात्रा के जरिये ही विभिन्न राज्यों में फैला | उन्होंने मांग की है कि हवाई सेवाओं को लॉक कर तमाम एयरपोर्ट और जहाजों को सेनेटाइज किया जाना जरुरी है |
लोगों की यह भी दलील है कि सिर्फ विदेशी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने से काम नहीं चलने वाला | उनके मुताबिक घरेलू उड़ानों पर भी कम से कम दो हफ़्तों के लिए प्रतिबंध लगना चाहिए | फ़िलहाल निजी एवं सरकारी एयरलाइंस ने सिर्फ एक दिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के मद्देनजर अपनी उड़ाने कैंसिल की है |
उधर दिल्ली समेत देश के कई राज्यों ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अपने प्रदेशों में अंतर्राज्यीय परिवहन पर रोक लगाई है | इसके चलते सड़क यातायात थम गया है | यही नहीं दिल्ली में तो एक साथ पांच से अधिक व्यक्तियों के इक्क्ठा होने पर रोक है | कई जिलों में धारा 144 भी लगाई गई है | लेकिन ये सभी प्रतिबंध एयरपोर्ट पर शिथिल हो गए है | जबकि एयरपोर्ट पर यात्रियों का जमावड़ा लगा है | सरकारी दिशा निर्देशों के बावजूद नुकसान से बचने के लिए ज्यादातर यात्रियों ने ना तो अपनी टिकट कैंसिल कराई और ना ही यात्रा रद्द की है | बहरहाल लोगों की मांग सरकार की नजरों पर कितना खरा उतरती है , यह तो वक्त ही बताएगा |