रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल
राजनांदगांव / पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के ओएसडी रहे ओपी गुप्ता पर नाबालिग युवती से दैहिक शोषण करने का आरोप लगा था. जिसके चलते पुलिस ने नाबालिग युवती की रिपोर्ट पर ओपी गुप्ता के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया था और धारा 376, पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. राजनांदगांव बालिका गृह में रखने के बाद सीडब्ल्यूसी में बयान लिया गया और परिजनों को सौप दिया गया था. जिसके बाद से वे गायब हो गए थे. जिसकी रिपोर्ट उनके परिजनों द्वारा मोहला थाना में कराई गई थी. कार्यवाही नहीं होने पर एसपी राजनांदगांव को भी शिकायत की गई और प्रेसवार्ता ली गई. प्रेसवार्ता और राजनीतिक दबाव के बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में कार्यवाही शुरू की.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने 16 मार्च को मोहला थाना में धारा 363, 365 के तहत कार्यवाही करते हुए मामले की जांच शुरू की और ओपी गुप्ता के यहां नाबालिग के परिजनों से संपर्क कराने वाले राजेश शर्मा की पतासाजी की. राजेश शर्मा के नहीं मिलने पर उसके लड़के सुमीत को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया और राजनांदगांव के सायबर सेल आफिस में पूछताछ की. जिसका पता चलते ही राजेश शर्मा भी पुलिस के समक्ष पेश हुए और पूछताछ में सभी जानकारी दी. जिसकी जानकारी के बाद पुलिस ने एक टीम बनाई और उड़ीसा के लिए रवाना किया. टीम ने सफलता भी हासिल की और उन्हें देर रात तक सकुशल राजनांदगांव लाया जाएगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव से गायब हुए परिवार को राजनांदगांव से पहले रायपुर ले जाया गया और एक दिन रायपुर में रखने के बाद उन्हें उड़ीसा के नयागढ़ भेजा गया है. नयागढ़ उड़ीसा के जगन्नाथपुरी के पास स्थित है और राजनांदगांव से लगभग 450 किमी दूर है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह भी पता चला है कि परिजनों को यहां से ले जाने के लिए दो गाड़ी की गई थी. पहली गाड़ी में परिजन थे तथा दूसरी गाड़ी जो इनोवा थी उसमें मुख्य आरोपी शिवरतन गुप्ता जो ओपी गुप्ता का भाई है और श्रीराम चौधरी, ड्राइवर सत्रुधन भी था, जो गाड़ी के पीछे- पीछे चल रहे थे. रायपुर जाने के बाद मुख्य आरोपी शिवरतन गुप्ता रायपुर में ही रूक गए और दूसरे दिन श्रीराम चौधरी, ड्राइवर सत्रुधन के साथ उन्हें नयागढ़ भेजा गया. जहां श्रीराम चौधरी और ड्राइवर सत्रुधन उनकी देखरेख कर रहे थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव के एक युवा ने जो भाजपा से संबंध रखता है, इसकी जानकारी ओपी गुप्ता के नजदीकी को दी थी कि आज लड़की का सीडब्ल्यूसी में बयान होना है और उसे बयान के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। जिसके बाद ओपी गुप्ता के नजदीकियों ने प्लानिंग की और परिजनों को राजनांदगांव से अपहरण कर उड़ीसा के नयागढ़ ले जा कर रखा था।