त्रिरुवनंतपुरम वेब डेस्क / कोरोना के कहर को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय राज्य विदेश मंत्री वी मुरलीधरन ने एक बड़ा कदम उठाया है। मुरलीधरन ने कुछ दिनों के लिए खुद को घर में आइसोलेट रखने का फैसला लिया है। उन्होंने जानकारी दी है कि कुछ दिनों के लिए वह सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहेंगे। हालांकि सोमवार को उनकी रिपोर्ट में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं।
त्रिरुवनंतपुरम में श्री चित्रा त्रिनूल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक डॉक्टर से संपर्क में आने के बाद मुरलीधरन ने ये फैसला लिया। ये डॉक्टर स्पेन से लौटे थे और पॉजिटिव टेस्ट से पहले 10 दिन तक अस्पताल में काम किया था। उन दिनों केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधरन एक बैठक के दौरान उनके संपर्क में आए थे। रिपोर्ट की माने तो मंत्री ने अपने दिल्ली आवास में ही होम क्वैरैंटीन का फैसला किया है, हालांकि उन्होंने टेस्ट करवाया था जो निगेटिव आया है। वी मुरलीधरन संसद से दूरी बनाए हुए हैं और साथ ही बीजेपी संसदीय बैठक में शामिल नहीं हुए।
श्री चित्रा त्रिनूल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के संक्रमित डॉक्टर से करीब 15 लोग संपर्क में आए। अभी इन सभी 15 लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। इनमें डॉक्टर, नर्स और टेक्निकल स्टाफ शामिल हैं। 12 मार्च को डॉक्टर ने अस्पताल में जानकारी दी कि वह स्पेन से लौटे हैं और 14 मार्च को रिपोर्ट में उनका टेस्ट पॉजिटिव आया।
फिलहाल श्री चित्रा अस्पताल में नॉन इमरजेंसी सर्जरी को लेकर कुछ समय के लिए रोक लगा दी है। इसके अलावा कोरोना से संक्रमित डॉक्टर के स्पेन से केरल आने तक संपर्क में आए 100 लोगों की निगरानी की जा रही है।