इंदौर। हाइकोर्ट जस्टिस एससी शर्मा एवं जस्टिस शैलेन्द्र शुक्ला की डबल बेंच ने कल से इनकम टैक्स विभाग के अधिकारीयो को भोपाल एस आई टी चीफ के कार्यालय में हनीट्रैप की सीडी के क्लोन इलेक्ट्रॉनिक एवं सभी डाक्यूमेंट्स का अवलोकन कराने का आदेश जारी किया है।
आज हाई कोर्ट में इनकम टेक्स भोपाल के सीनियर ऑफीसर वेदांत कवर उपस्थित हुए। वेदांत कंवर इंदौर में रहे सख्त एवं ईमानदार छवि वाले एडीजी एवं बीजेपी शासन में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष रहे वीएम कंवर के पुत्र है।
मध्यप्रदेश में राजनैतिक उलटफेर की अटकलों के बीच हाइकोर्ट द्वारा जारी आदेश के बाद इसमे शामिल अधिकारियों में हड़कंप मच गया है जो कोंग्रेस के राज में स्वयं को अबतक सुरक्षित संरक्षित समझ रहे थे।अबतक हनीट्रैप की सीडी के आधार पर भी इसमें फंसे कई विधायक एवं नेता भी ब्लैकमेल हो रहे थे।
कल से बीजेपी की केंद्रीय सरकार के अधीन आयकर विभाग के अधिकारियों की भी जानकारी में आने लगेंगे हनीट्रैप की सीडी एवं कागजात में दर्ज कई राज, नेताओ ,अधिकारियों के चेहरे।
इंदौर हाई कोर्ट में आज हनीट्रैप मामले में हुई सुनवाई में पहली बार एसआईटी चीफ डीजी राजेन्द्र कुमार, डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र, एसपी अवधेश गोस्वामी एवं टी आई शशिकांत चौरसिया उपस्थित हुए तथा बंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश की। माना जा रहा है कि बंद लिफाफे में हनीट्रैप की जांच में इसमे शामिल नेता,अधिकारियों एवं गैंग में शामिल सभी के नाम आदि दिए गए है।भोपाल सीबीआई के एसपी भी आज उपस्थित हुए ।
हाईकोर्ट द्वारा 1 अप्रैल को आगामी सुनवाई तय करते हुए डीआईजी एवं एसपी को उपस्थित रहने के निर्देश जारी किए। माना जा रहा है कि अब तक हनीट्रैप की सीडी में रिकार्डेड रहस्य जो अब तक एसआईटी एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस सरकार के अधिकारियो के नियंत्रण में थे वो रहस्य कल से आयकर विभाग के कई अधिकारियों से भी सांझा हो जाएंगे।हालांकि लगभग 50हज़ार से अधिक फ़ोटो हज़ारो वीडियो देखना तथा उसमें से ब्लैकमेलिंग से संबंधी सामग्री ढूंढना काफी समय खाने वाला काम है।