दिल्ली वेब डेस्क / दिल्ली के ब्रह्मपुरी और मौजपुर इलाके में तीसरे दिन भी पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शन जारी है। मंगलवार की सुबह भी कई इलाकों से उपद्रवियों के पत्थरबाजी करने की जानकारी मिली। रविवार से शुरू हुई हिंसा में अब तक एक हेड कांस्टेबल समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एहतियात के तौर पर पांच मेट्रो स्टेशन, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार बंद कर दिया गया हैं।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि अब हिंसा पर काबू पा लिया गया है। दिल्ली हिंसा में अब तक 10 लोगों की मौत हुई। नॉर्थ ईस्ट इलाके में हुई हिंसा में 150 लोग घायल हो गए है, इसमें 130 आम लोग भी शामिल हैं। हिंसा में दो आईपीएस अधिकारी और 56 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। साथ ही पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें।
पुलिस ने कहा कि असमाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि तंग गलियों की वजह से पुलिस को एक्शन लेने में दिक्कत आई। कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हिंसाग्रस्त इलाके में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाके में धारा 144 लागू की जा चुकी है। हम जनता से अपील करते हैं कि कानून अपने हाथों में न लें।
उन्होंने बताया कि हमारे पास पुलिस बल का आभाव नहीं है। नॉर्थ ईस्ट इलाके में सीआरपीएफ, आरएएफ समेत अन्य बल तैनात किया है। हिंसा में अब तक 11 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है ।
गृह मंत्रालय ने सभी से अफवाहों को फैलाने से रोकने की अपील की है और कहा है कि राजनीतिक दलों को पुलिस के साथ मिलकर इन अफवाहों और जनता के बीच डर को दूर करना चाहिए। गृह मंत्रालय ने मीडिया और लोगों से भी जिम्मेदारी से संवाद करने और अफवाहें फैलाने से बचने की अपील की है। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त से कहा है कि पुलिस नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहें ताकि अफवाहों को जल्द से जल्द दूर किया जा सके।