मध्यप्रदेश में निगम मंडलों में नियुक्ति की कवायत से गरमाई राजनीति , मुख्यमंत्री कमलनाथ इस महीने देंगे कार्यकर्ताओं को राज्य और कैबिनेट मंत्री का दर्जा , दिग्विजिय सिंह , ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश पचौरी गुट के बीच जोर आजमाईश 

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रिपोर्टर – मनोज सागर 

भोपाल / मध्य प्रदेश में निगम मंडलों में चेयरमैन और उपाध्यक्ष समेत अन्य पदों पर जल्द ही नियुक्ति होने वाली है | निगम मंडलों में काबिज होने के लिए नेताओं और उनके समर्थकों के बीच जोर आजमाईश का दौर शुरू हो गया है | पार्टी के भीतर ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्वजिय सिंह गुट के बीच आमने सामने की टक्कर है | हालांकि मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अंडर स्टेंडिंग के चलते रेवड़ी बंटने का खेल शुरू होगा | बताया जाता है कि राजनीति के इस खेल में अब सुरेश पचौरी गुट बेअसर हो गया है , लिहाजा निगम मंडलों में  होने वाली  नियुक्ति को लेकर कमलनाथ और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के बीच सीधे शक्ति परीक्षण के आसार है | प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से निगम-मंडल के खाली पड़े पदों पर नियुक्ति का इंतज़ार कांग्रेसी कर रहे है | मंत्री बनने से रह गए नेताओं के अलावा चुनाव हर चुके नेताओं को उम्मीद है कि यहां नहीं तो निगम मंडलों में उन पर सरकार की कृपादृष्टि हो जाए |

बताया जाता है कि ज्यादातर निगम मंडलों के दावेदारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के समर्थकों की लंबी लिस्ट है | एक जानकारी के मुताबिक नगरीय निकाय चुनाव के पहले अधिकांश निगम मंडलों में नियुक्तियां हो सकती हैं | जबकि कई आयोग और संस्थानों में चुनाव के बाद | राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से निगम मंडल खाली पड़े है | पिछले छह माह से इनमें नियुक्तियों की मांग लगातार उठ रही है | नगरीय निकाय चुनाव में अपने समर्थकों को खुश करने के लिए बड़े कांग्रेसी नेताओं के गुटों में घमासान मचा है | 

यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस में संभावित असंतोष को थामने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ निगम-मंडलों में जल्द नियुक्ति पर जोर दे रहे हैं | अशोक सिंह की अपेक्स बैंक के चेयरमैन पद पर पहली राजनीतिक नियुक्ति कर उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए थे | चर्चा है कि कमलनाथ के लिए छिंदवाड़ा विधान सभा सीट से विधायकी छोड़ने वाले दीपक सक्सैना को राज्य खनिज विकास निगम का अध्यक्ष बनाया जाना लगभग तय माना जा रहा है | पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को राज्य योजना का उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है. हालांकि इस पद के लिए पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह और पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा का नाम भी चर्चा में है. शोभा ओझा को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इसी तरह से कई और दावेदार हैं, जो प्रदेश से लेकर दिल्ली तक जोर आजमाइश कर रहे हैं | हालांकि दिल्ली दरबार से इन लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है | उन्हें सीधे कमलनाथ से संपर्क करने के लिए दो टूक कह दिया गया है | 

निगम मंडलों में प्रवेश के लिए पूर्व मंत्री रहे चंद्रप्रभाष शेखर और प्रकाश जैन का नाम सुर्ख़ियों में है | प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा, हेमंत बागदरे, राजकुमार खुराना, बलवीर सिंह, विनय बाकलीवाल, दिनेश गुर्जर , विश्वमोहन दास, पूर्व विधायक नरेश सर्राफ, जमुना मरावी, मोहम्मद सलीम, दिग्विजय सिंह खेमे से आने वाले रामेश्वर नीखरा, राजेंद्र कुमार सिंह, पूर्व विधायक विनय शंकर दुबे, गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, मानक अग्रवाल, नरेंद्र कुमार लाहोटी, युवा इंका नेता नासिर इस्लाम भी दौड़ में शामिल हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से आने वाले इंदौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन, पूर्व विधायक सत्यनाराण पटेल, के के सिंह कालूखेड़ा, उज्जैन से पूर्व विधायक राजेंद्र भारती, सुनील शर्मा महामंत्री मध्यप्रदेश कांग्रेस, पूर्व विधायक ब्रजेंद्र सिंह, योगेंद्र लुंबा, गजराम सिंह यादव और पंकज चतुर्वेदी भी निगम-मंडल चैयरमेन पद की रेस में शामिल हैं. नाम और भी हैं. सुरेश पचौरी के खेमे की तरफ से राजीव सिंह, कैलाश मिश्रा, पूर्व महापौर सुनील सूद और भोपाल सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रह चुके सुभाष शुक्ला के नाम पर विचार किया जा सकता है.

उधर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने कहा कि निगम मंडलों में नियुक्तियों को लेकर प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और सीएम कमलनाथ के बीच दो बार की बैठक हो चुकी है.बैठक में तमाम मुद्दों और पक्षों को सुलझा लिया गया है.अब अंतिम चरण की बैठक में नामों पर मोहर लगनी है.यह बैठक इसी महीने होगी और महीने के अंत में निगम मंडलों में नियुक्तियों भी हो जाएंगी |