दिल्ली वेब डेस्क / निर्भया सामूहिक दुष्कर्म कांड के चारों दोषियों को डेथ वारंट या ब्लैक वारंट जारी करने वाले पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा का तबादला हो गया है। खबर है कि उन्हें एक साल के डेप्यूटेशन पर सुप्रीम कोर्ट में बतौर अतिरिक्त रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। मालूम हो कि बीते सात साल से जिस निर्भया केस में दोषियों को फांसी की उम्मीद पूरा देश कर रहा था उनका डेथ वारंट जज सतीश अरोड़ा ने ही जारी किया था।
जज सतीश अरोड़ा ही वो न्यायाधीश हैं जो निर्भया के दोषियों का दो बार डेथ वारंट जारी कर चुके हैं। सबसे उन्होंने सात जनवरी 2020 को दोषियों को डेथ वारंट जारी किया था, जिसके अनुसार दोषियों को 22 जनवरी को फांसी होनी थी। हालांकि बाद में दोषियों के कुछ केस लंबित होने के चलते उन्होंने दोबारा डेथ वारंट जारी किया। अब उसके अनुसार निर्भया के दोषियों को 1 फरवरी 2020 सुबह छह बजे फांसी होगी।
निर्भया के दोषी फांसी की सजा को टालने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं | पहले विनय की ओर से सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की गई, फिर मुकेश ने भी ऐसा ही किया | लेकिन बारी-बारी से दोनों की याचिकाओं को खारिज कर दिया गया | इसके बाद मुकेश ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने दया याचिका दायर की थी, लेकिन वहां से भी याचिका को खारिज कर दिया गया. लगातार याचिकाओं की वजह से ही कोर्ट ने फांसी की तारीख को बढ़ा दिया था |