छत्तीसगढ़ में फास्टैग फेल , नकद-नारायण का खेल जोरों पर , टोल टैक्स बैरियर पर भुगतान को लेकर वाहन चालक-यात्री परेशान , टोल कर्मचारियों के साथ तू-तू मैं-मैं और विवादों से बढ़ा तनाव

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रायपुर | छत्तीसगढ़ में फिलहाल फास्टैग सिस्टम फेल हो गया है | टोल नाकों पर  टैक्स चुकाने के लिए वाहनों की लंबी लाइने लग रही है | इसके चलते सब कुछ पहले जैसे सिस्टम पर काम हो रहा है | मसलन बैरियर कर्मी नगद-भुगतान लेकर गाड़ियां पास कर रहे है | उम्मीद की जा रही थी कि राज्य में फास्टैग व्यवस्था कारगर साबित होगी | लेकिन ज्यादातर बैरियर में स्कैनिंग सिस्टम वाहनों के फास्टैग को तय समय पर स्कैन नहीं कर पा रहा | बैलेंस होने के बावजूद भी फास्टैग के वाहनों को स्टैन करने में पांच से दस मिनट का समय लग रहा है | नतीजतन वाहनों की लंबी कतार और हॉर्न के शोरगुल ने यात्रियों की समस्याए बढ़ा दी है | उधर वाहन चालकों और बैरियर कर्मियों के साथ भुगतान को लेकर तू-तू मैं-मैं का दौर भी शुरु हो गया है | हाल ये है कि नगद रकम लेकर टोल कर्मी इस समस्या का सामना कर रहे है |   

रायपुर-महासमुंद हाईवे एन एच-53 पर स्थित रसनी टोल के अलावा रायपुर-भिलाई-दुर्ग मार्ग पर कई वाहनों को फास्टैग के बावजूद कैश भुगतान कर परिवहन करना पड़ रहा है | यही नहीं, कई वाहन चालकों के पास तो फास्टैग का बैलेंस होने पर भी टोल के सिस्टम में जीरों बैलेंस बता रहा है | ऐसे में सुविधा के नाम पर शुरू हुई फास्टैग व्यवस्था शुरुआती दौर से ही विवादों में उलझ गई है |  

न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ ने टोल टैक्स बैरियर का जायजा लेने के दौरान यात्रियों और वाहन चालकों से चर्चा की | इस दौरान सभी ने राज्य में फास्टैग सिस्टम के फेल होने पर एनएचआई की जमकर बखियां उधेड़ी | बैरियर कर्मचारियों के मुताबिक रोजाना 12-13 हज़ार से ज्यादा वाहन कैश लेन से गुजर रहे है | जबकि फास्टैग  लेन से गुजरने वाले वाहनों की संख्या महज 5 से 7 हजार के लगभग है | उनके मुताबिक सिस्टम खराब होने के चलते कैश लेन में वाहनों का अधिक दबाव होने लगा है | इसके चलते वाहन चालकों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है |