रिपोर्टर – रघुनंदन पंडा
भिलाई / छत्तीसगढ़ के भिलाई में स्थित इस्पात प्लांट की सुरक्षा की जवाबदारी CISF के कन्धों पर है | लेकिन अरसे से लोगों की जुबान पर उसकी कार्यप्रणाली को लेकर दागी बोल निकलते है | कई मौकों पर चोरी की घटनाओं में CISF पर उँगलियाँ उठी है | हालांकि विवेचना के दौरान खुद को पाकसाफ साबित करने के लिए उसके अफसर एड़ी चोटी का जोर लगा देते है | लेकिन इस बार CISF की पोल खुल गई है | फ़िलहाल उसका एक हवलदार पुलिस के हत्थे चढ़ा है | लेकिन कई अफसरों की संदिग्ध कार्यप्रणाली के चलते वे भी छत्तीसगढ़ पुलिस के निशाने पर है | करीब 64 लाख कीमत का कॉपर केबल CISF के नाक के नीचे से नदारद हो गया | लेकिन इस बार हल्ला इतना हुआ कि स्थानीय पुलिस को फौरन चोरो पर नकेल डालनी पड़ी | पुलिस ने बगैर देर किये CISF पर शिंकजा कसा | चंद घंटों की तहकीकात में पुलिस के हाथ चोरों की फ़ौज के गिरेबान तक जा पहुंचे | बताया जाता है कि BSP में CISF की देखरेख में बड़े पैमाने पर लोहा और अन्य धातुओं और सामानो की सुनियोजित चोरी होती है | इससे मिलने वाली रकम की बंदरबाट नीचे से ऊपर तक होती है | यह भी बताया जा रहा है कि पोल खुल जाने के भय से अपने हवलदार को बचाने के लिए CISF के अफसरों ने खूब हाथ-पैर मारे | लेकिन इस बार स्थानीय पुलिस ने उनका साथ नहीं दिया |
भिलाई इस्पात संयंत्र परिसर से CISF की तगडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रहस्यमय ढंग से 64 लाख रूपये मूल्य का लगभग 15 टन से अधिक कापर केबल चोरी चला गया था | HEC लि. कंपनी राँची के उप प्रबंधक रविशंकर कुशवाहा की लिखित शिकायत पर भिलाई की भट्टी पुलिस हरकत मे आयी | शिकायत मिलते ही पुलिस टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्ग दर्शन मे विवेचना प्रारम्भ किया | जांच मे सनसनीखेज खुलासा हुआ कि सुरक्षा के लिए तैनात CISF का हवलदार इस चोरी का मास्टरमाइंड है | उसने HEC कंपनी के पुराने कर्मचारी के सहयोग से चोरी की घटना को अंजाम दिया है | इस वारदात मे BSP मे पेटी ठेकेदार के रूप मे कार्य करने वाले ठेकेदार ने CISF के हवलदार से मिलकर चोरी की वारदात की साजिश रची | पुलिस ने इस सनसनीखेज चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए CISF के हवलदार संजय कुमार सैनिक,पेटी ठेकेदार राकेश सिंह व वाहन की व्यवस्था करने वाले दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया है | आरोपियों ने चोरी के कापर केबल को दुर्ग के एक शातिर कबाडी को बेचना स्वीकार किया | पुलिस ने इनके पास से लाखों की रकम भी बरामद की है | पुलिस के मुताबिक चोरी की वारदात BSP के TPL परिसर मे हुई थी | दरअसल जिस स्थान से कापर केबल चोरी हुआ उसी से सटा CISF का पोस्ट है | जांच अधिकारियों ने CISF की भूमिका की पड़ताल की तो असलियत सामने आने में देर नहीं लगी | पुलिस मामले की विवेचना कर रही है | उसकी दलील है कि इस मामले में अभी और भी लोगों की गिरफ्तारी सभवं है | उधर CISF की पोल खुलने के बाद महकमे में हडकम्प मचा है | बताया जाता है कि CISF के वरिष्ठ अधिकारियों ने चोरी की वारदात से अपने हवलदार को पाक-साफ बाहर निकालने का भरसक प्रयास किया किन्तु स्थानीय पुलिस इस मामले मे टस से मस नही हुई ।