एंटरटेनमेंट डेस्क /
सोशल मीडिया में एक नई जंग छिड़ी है | मामला जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में मंगलवार देर शाम आंदोलनकारियों छात्रों के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के पहुंचने से जुड़ा है | उनका यहां आना वाकई जरूरी था , या फिर कही पर निगाहें और कहीं पर निशाना जैसा मकसद था | इसे लेकर ना केवल जुबानी जंग छिड़ी है बल्कि ट्विटर वार शुरू हो गया है | कई यूजर्स ने ट्वीट कर दीपिका पर निशाना साधते हुए लिखा है कि जएनयू तो बहाना था | असल में वो इस मुद्दे की आड़ में अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए जेएनयू पहुंची थी | वही कई यूजर्स ने दीपिका की हौसला अफजाई की है | इस मामले में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कूद पड़े है | एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जेएनयू के सपोर्ट में सामने आई और बाद में ट्रोल हो गई हैं, इस पर बघेल ने कहा कि आरएसएस और भाजपा का संविधान में, लोकतंत्र में विश्वास नहीं है | आंतरिक व्यवस्थाओं पर विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि असहमती की आवाज को दबाने की हर स्तर पर इनकी रणनीति रही है | न केवल जामिया में बल्कि जेएनयू में, गुजरात में भी किस प्रकार वे लोग पिटाई कर रहे हैं, जो भी उनके साथ खड़ा होगा, उन्हें ट्रोल करेंगे, बदनाम करगे, उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे | ये हिटलर से प्रभावित लोग हैं | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो जेएनयू हिंसा का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ रहे है | फ़िलहाल राजनेताओं के वाद विवाद के बीच जेएनयू में दीपिका पादुकोण की एंट्री को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है |
यह मामला अब सोशल मीडिया साइट
ट्विटर पर मुद्दा बन गया है। जहां कुछ लोग उनके विरोध में ट्वीट कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग समर्थन में भी उतर आए हैं। #boycottchhapaak हैशटैग सुबह से ट्विटर पर लगातार टॉप ट्रेंड बना हुआ है। ‘छपाक’ दीपिका की अगली फिल्म है, जो शुक्रवार को
रिलीज हो रही है। दीपिका के जेएनयू जाने के समर्थन में #ChhapakDekhoTapaakSe हैशटैग चल रहा है।
दीपिका ने जेएनयू में हिंसा के खिलाफ आंदलोन पर बैठे छात्रों से मिलीं और वहां 10 मिनट तक रुकने के बाद निकल गईं। इस दौरान उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। दीपिका जब जेएनयू में थीं तो सीपीआई नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी वहीं मौजूद थे। दीपिका ने जेएनयू से निकलने से पहले वाम छात्र संगठनों के कुछ सदस्यों से बात भी की। इसी बात को लेकर एबीवीपी के समर्थकों के निशाने पर आ गईं। एबीवीपी समर्थकों का तर्क है कि अगर उन्हें हिंसा के खिलाफ समर्थन देना था तो फिर हिंसा के शिकार एबीवीपी के छात्रों से भी मिलना चाहिए था।
जेएनयू छात्रों के साथ दीपिका पादुकोण की इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर लोग दो गुटों में बंट गए। जहां कुछ लोग दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को बॉयकाट करने की बात कहते दिखाई दिए तो वहीं कुछ लोग दीपिका पादुकोण को सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में ट्वीटर पर #Boycottchhapaak और #ISupportDeepika, #ChhapakDekhoTapaakSe #IStandwithDeepika ट्रेंड करने लग गया।#boycottchhapaak हैशटैग से दोपहर एक बजे तक करीब पौने चार लाख ट्वीट्स हो चुके थे। #ChhapakDekhoTapaakSe हैशटैग से भी करीब 35 हजार ट्वीट्स हो चुके हैं।
सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन की इस जंग में बॉलीवुड स्टार्स भी कूद पड़े हैं। स्वरा भास्कर, अनुराग कश्यप, पूजा भट्ट, फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा, सिंगर विशाल डडलानी, फिल्ममेकर निखिल आडवाणी, लीजा रे और सिमी ग्रेवाल ने दीपिका के जेएनयू पहुंचने को बहादुरी का काम बताते हुए उनका सपोर्ट किया हैं। हालांकि पायल रोहतगी और फिल्म क्रिटिक सुमित कडेल ने दीपिका का विरोध भी किया है। सुमित कडेल ने कहा कि वह दीपिका की फिल्म छपाक का रिव्यू नहीं करेंगे।