राकेश शुक्ला /
कांकेर / छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सली खौफ के चलते 17 गांव में पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई है | इन इलाकों में नक्सली ग्रामीणों को गोली मारने की धमकियां दे रहे है | नतीजतन माओवादियों के खौफ से कोयलीबेड़ा ब्लॉक में 17 ग्रामपंचायतों में सरपंच और पंच पद के लिए एक भी नामांकन दाखिला नहीं हुआ है |
कोयलीबेड़ा ब्लॉक में लगातार माओवादियों की ओर से पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने के लिए बैनर -पोस्ट लगाए जा रहे थे | माओवादियों की ओर से गांव -गांव में चेतावनी भी दी जा रही थी | माओवादी ने गांवो में मतदन बहिष्कार कर फरमान भी जारी किया था | बताया जाता है कि नक्सली फरमानों का जायजा लेने के लिए कुछ दिनों पूर्व इन इलाकों में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी पहुंचे थे | लेकिन जल्द ही वो वापिस भी लौट गए | उधर नक्सलियों के रहमो-करम पर निर्भर ये ग्रामीण उनके निर्देशों की नाफ़रमानी करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे है | लिहाजा उन्होंने पंचायत चुनाव का बहिष्कार करना ही मुनासिब समझा | फ़िलहाल चुनावी प्रक्रियां शून्य होने के चलते प्रशासन को अब यहां चुनाव के लिए दोबारा तिथि घोषित करनी पड़ेगी |