मनोज सिंह चंदेल /
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शहर के उदयाचल प्रांगण में शुक्रवार को दिव्यांग जोड़ों के सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। इस विवाह में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए वर वधु को विवाह के बंधन में बांधकर एक किया गया। राजनांदगांव शहर के विभिन्न मार्गो में 11 दिव्यांग दूल्हों की बारात बाजे-गाजे के साथ निकली तो, रास्ते में लोग झूमते नाचते नजर आए। राजनांदगांव शहर के बाबा रामदेव उत्सव समिति एवं दृष्टिबाधित संघ के संयुक्त तत्वाधान में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। इससे पूर्व संस्था के द्वारा दिव्यांग जनों का परिचय सम्मेलन कराया गया और जुड़े तय किए गए। मुहूर्त के अनुसार विवाह वेदी सजाई गई और देशभर के विभिन्न राज्यों से आए 11 दिव्यांग जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इस तरह के आयोजन की दिव्यांग जनों ने सराहना की।दिव्यांग जनों को गृहस्त जीवन देने के उद्देश्य से समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा यह आयोजन बीते 2 वर्षों से किया जा रहा है। इस आयोजन से दिव्यांगजनों की शादी में आने वाली आर्थिक सहित अन्य दिक्कते दूर हुई है। वहीं समाज को दिव्याजनों के प्रति जागरूक करने का प्रयास भी इस आयोजन के माध्यम से किया गया।
इस विवाह समारोह में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष बाराती और घराती बन कर शामिल हुए। वहीं उन्होंने कन्यादान कर इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता भी निभाई। इस दौरान विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा दिव्यांग जोड़ों की जीविका के संसाधन मुहैया कराया गया। इस विवाह में दृष्टिबाधित, अस्थि बाधित, श्रवण बाधित जोड़ें परिणय सूत्र में बंधे।
