नईम खान /
मुंगेली / छत्तीसगढ़ में भले ही राज्य सरकार शासकीय दुकान खोलकर शराब की बिक्री कर रही है लेकिन शराब की बिक्री की आवक राशि जमा करने की कोई भी माकूल इंतेजाम नही किया गया है | यही वजह है कि राशि जमा करने वाले सेल्समेन और सुपरवाइजर को शराब दुकान से थाने तक राशि जमा करने और वापस लाने के लिए जान जोखिम में डालना पड़ता है | इसी बानगी मुंगेली में रोजाना देखने को मिलती है | जिले में 15 देशी व विदेशी शराब दुकान संचालित है और वो भी ऐसे जगह में जो शहर व ग्रामीण क्षेत्र से बाहरी इलाके पर यहाँ रोजाना 1 दुकान से लाखों की शराब की बिक्री की जाती है | जिसकी राशि को रात के वक्त थाने में जमा करने शराब दुकान के कर्मचारियों को जाना पड़ता है | लाखों की राशि शहर व ग्रामीण अंचलों के बाहरी क्षेत्र से थाने तक राशि छोडने में कभी भी कोई भी बड़ी घटना की आशंका बनी रहती है | यही वजह है कि एक सेल्समैन को घर जाने के दौरान अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ हमला किया था और उसके बैग को लेकर फरार हो गए थे | जिसकी रिपोर्ट भी दर्ज की गई , लेकिन यह आरोपी आज भी पुलिस के चंगुल से बाहर है | सेल्समैन ने शराब बिक्री राशि को पहले ही थाने में जमा किया था जिसकी वजह से लूट की वारदात नाकाम रही |
वर्तमान में सीएमस कम्पनी दोपहर के वक्त शराब दुकानों से राशि जमा करती है | लेकिन इससे पहले अन्य कम्पनी शराब दुकान से पूरे दिन की बिक्री राशि रात में आकर जमा कर लेती थी | जिसकी वजह से शराब दुकान के कर्मचारियों को परेशानियां नही होती लेकिन वर्तमान में बड़ी समस्या और रोजाना खतरों से गुजरना पड़ रहा है | कभी भी बड़े हादसों को निमंत्रण दिया जा रहा है , जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी यह किसी के पास नही है वही इस मामले पर अधिकारी की अपनी अलग ही दलील है |
