न्यूज डेस्क / छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा में इन दिनों कोहरे से कोहराम मच गया है | इन इलाकों के सामान्य मार्गों से लेकर नेशनल हाइवे में कोहरे ने ऐसा कोहराम मचाया है कि सड़क पर सफर करने वालों की जान जोखिम में पड़ गई है | आधी रात से शुरू होने वाली कोहरे की छठा सुबह-सुबह इतनी गहरी हो जाती है कि आने-जाने वाले वाहन नजर ही नहीं आते | कोहरे की चादर इतनी मोटी है कि हेडलाइट जलाने के बावजूद दूर तो छोड़िये पास से भी कोई नजर नहीं आता | दुर्ग से लेकर नागपुर तक नेशनल हाइवे पर सफर पूरी तरह से जोखिम भरा हो गया है | हप्तेभर में इस मार्ग पर आधा दर्जन यात्री अपनी जान गंवा चुके है , जबकि आधा सैकड़ा के लगभग घायल | बताया जा रहा है कि दुर्ग नागपुर नेशनल हाइवे पर रोजाना छोटे बड़े हादसे हो रहे है , वजह घना कोहरा | इस मार्ग पर कोहरे की छठा आधी रात से लेकर सुबह 9-10 बजे तक बिखरी नजर आती है | वहीँ दूसरी ओर इन्ही पहरों में यातायात का दबाव अधिक होता है | पीड़ितों के मुताबिक फॉग लाइट , सामान्य हेडलाइट और हॉर्न का इस्तेमाल करने के बावजूद वाहनों की कभी आमने-सामने तो कभी पीछे से टक्कर हो रही है | यही नहीं सड़क किनारे खड़े वाहन खासतौर पर बड़े ट्रक , ट्राला और ऐसे ही भारी वाहन यात्रियों के लिए यमराज बन गए है |
राजनांदगांव के किशोर वर्मा और दुर्ग के अजय जैन ने बताया कि सुबह 10 बजे तक घना कोहरा छाए रहने से कैसे वे दुर्घटना का शिकार हुए थे | उनके मुताबिक देवरी के करीब दुर्घटना होने से उन्हें फौरन स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो गई | लेकिन उन लोगों का बुरा हाल है , जो जंगलों और आबादी से दूर दुर्घटना का शिकार हो रहे है | उनके मुताबिक नेशनल हाइवे पर कई इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी के ना होने से जान जोखिम में नजर आने लगती है | पुलिस और एम्बुलेंस को इन इलाकों से संपर्क करना मुश्किलो भरा है | कई बार तो राहगीर और यात्री भी दुर्घटनाग्रस्त वाहन से भी दूरी बना लेते है | उन्होंने बताया कि नेशनल हाइवे पर कोहरे के बावजूद भारी वाहनों की गति नियंत्रित नहीं है | वे तेज रफ्तार से दौड़ रहे है और उन्हें रोकने वाला भी कोई नहीं है |
इधर आने वाले दिनों में ठंडक बढ़ने पर इन मार्गों पर आवा-जाही लोगों के लिए खतरे का पैगाम लेकर आ रही है | मौसम विभाग के अफसरों की माने तो दिसंबर माह में ठंड अपने पूरे शबाब पर होगी | लिहाजा कोहरे की मार से इंकार नहीं किया जा सकता | ऐसे में सतर्कता बरतना ही सुरक्षित आवागमन का साधन है | जाहिर है , नेशनल हाइवे पर सफर करने वाले यात्री कोहरे से सावधान हो जाए |