रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा में एनएच 49 के निर्माण में हुई लेटलतीफी को लेकर बीजेपी विधायकों ने सरकार को आड़े हाथो लिया | बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने मामला उठाते हुए सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों तय वक़्त बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं है ? यही नहीं विलंब से कार्य करने पर ठेकेदार पर क्या कार्रवाई की गई ? और तो और ठेकेदार को कितनी राशि का भुगतान किया गया | PWD मंत्री ने कहा था कि भू अर्जन में हुई देरी की वजह से निर्माण कार्य में विलंब हुआ | तमाम सवालों पाए सरकार की ओर से पेश जवाब पर असंतोष जाहिर करते हुए नारायण चंदेल ने मंत्री जी पर सदन में गलत जवाब देने का आरोप लगाया |
नारायण चंदेल ने सदन में कहा कि विभाग द्वारा घटिया निर्माण किया जा रहा है | कोई टेक्निकल हैंड नहीं है जो निरीक्षण कर सके | क्या इसकी जांच कराई जायेगी ? विभाग का बचाव करते हुए इस प्रश्न के जवाब में पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि जांच की कोई जरूरत नहीं है , काम चल रहा है, यदि कहीं कोई गड़बड़ी पाई जाएगी वहां निश्चित तौर पर जांच कराएंगे | विधायक नारायण चंदेल ने पूछा कि 19 लोग कौन थे, जिनसे भू अर्जन किया गया ? सदन में गलत जवाब दिया जा रहा है | गलत जवाब बनाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई किया जाना चाहिए |
इस मामले में जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि भू अर्जन की प्रक्रिया जटिल है | इस वजह से ही निर्माण कार्य मे देरी होती है | उनके मुताबिक यही वक्त होता है जहां ठेकेदार, प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में भ्रष्टाचार करता है | उन्होंने कहा कि अध्यक्ष महोदय आसंदी एक निर्देश जारी करे कि संबंधित क्षेत्र के विधायकों के साथ बैठकर प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी चर्चा कर लें |
उधर जेसीसी विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि भू अर्जन की कार्यवाही का अधिकार PWD को दिया जाए | उन्होंने भी पूछा कि क्या देरी के लिए ठेकेदार पर जुर्माना लगाएंगे ? इस पर जवाब देते हुए PWD मंत्री ने कहा कि विभाग को भू अर्जन का अधिकार दिलाना उनके हाथ मे नहीं है | PWD मंत्री ने यह भी कहा कि नारायण चंदेल के साथ मैं उस सड़क का दौरा कर लूंगा | इस दौरान स्पीकर चरणदास महंत ने कहा कि सौरभ सिंह, बसपा विधायक केशव चंद्रा और धर्मजीत सिंह को भी अपने साथ ले जाएं | गौरतलब है कि प्रदेश भर में बीते तीन सालो से सड़को के निर्माण में अरबो रुपए आवंटित हुए थे | बावजूद इसके कई इलाको में समय पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था |