एसईसीएल में चार सौ करोड़ की डिसेन्ट हाउस स्कीम में गड़बड़ी ,पीएमओ के निर्देश पर विजिलेंस जांच की प्रक्रिया प्रारंभ

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गेंदालाल शुक्ला 

कोरबा । प्रधानमंत्री कार्यालय ने साऊथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) बिलासपुर छत्तीसगढ़ के कोरबा क्षेत्र की विभागीय आवासों की मरम्मत में हुई गड़बड़ी की जांच का निर्देश जारी किया है । एसईसीएल की विजिलेंस ने जांच की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है । कोरबा के वरिष्ठ पत्रकार तपन चक्रवर्ती ने एसईसीएल कोरबा क्षेत्र के विभागीय आवासों की मरम्मत में बड़े स्तर पर गड़बड़ी किये जाने की शिकायत प्रधानमंत्री से गत माह की थी । शिकायत को संज्ञान में लेकर पीएमओ ने एसईसीएल की विजिलेंस को शिकायत की मूल प्रति भेजकर जांच का निर्देश दिया है । महाप्रबंधक सतर्कता ने पत्र क्रमांक एसईसीएल/ बिला./सत/20/ 2019/2065 दिनांक 9/11/2019 के जरिये शिकायकर्ता से पुष्टि का आग्रह किया है, ताकि शिकायत की विधिवत जांच की जा सके। शिकायतकर्ता तपन चक्रवर्ती ने बताया कि एसईसीएल कोरबा क्षेत्र में डिसेन्ट हाउस स्कीम के तहत वित्त वर्ष 2016-17, 2017-18 और 2018-19 में विभागीय आवासों की मरम्मत करायी गयी। आवासों का निरीक्षण करने पर गुणवत्ताहीन सामाग्री का उपयोग किये जाने और आधा-अधूरा कार्य किया जाकर पूरा भुगतान लेने की पुष्टि होती है। 

उन्होंने बताया कि जिन आवासों का मरम्मत किया गया है, वे आज भी जर्जर हालत में है और मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति की गयी है । चक्रवर्ती ने बताया कि हालांकि उन्होंने केवल कोरबा क्षेत्र की गड़बड़ी की शिकायत पीएमओ से की है, लेकिन सम्पूर्ण एसईसीएल में डिसेन्ट हाउस स्कीम में दो सौ करोड़ रूपयों से अधिक की गड़बड़ी की गयी है। उन्होंने बताया कि एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों को मिलाकर कुल 60284 आवास हैं। इनमें से 46231 आवासों का मरम्मत किया जा रहा है। वर्ष 2016-17 से 2018-19 तक डिसेन्ट हाउस स्कीम में 400 करोड़ रूपये व्यय का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने बताया कि कोल इंडिया वेलफेयर बोर्ड के पूर्व सदस्य महेन्द्र प्रताप सिंह और जेबीसीसीआई सदस्य नाथूलाल पाण्डेय ने भी निरीक्षण में गड़बड़ी पाने के बाद प्रबंधन और कोयला मंत्रालय से शिकायत की है। च्रकवर्ती ने दावा किया है कि मामले की सूक्ष्म जांच होने पर एसईसीएल सिविल विभाग का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला उजागर होगा। इस संबंध में एसईसीएल का पक्ष जानने के लिए जनसंपर्क प्रबंधक पी. नरेन्द्र कुमार  से मोबाईल नंबर-94221-14106 और महाप्रबंधक विजिलेंस से फोन नंबर 7752-246311 पर संपर्क का प्रयास किया गया। लेकिन घंटी बजती रही और कोई जवाब नहीं मिला।