छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध के विरुद्व घटित होने वाले अपराधों की रोकथाम और उसमें कमी लाये जाने के लिए पुलिस विभाग ऑपरेशन ‘‘संवेदना’’ चलाया जायेगा । अटल नगर(नया रायपुर) स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डीएम अवस्थी ने राज्य के सभी जिलों से आए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों व उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को महिलाओं और बच्चों के प्रति घटित होने वाले अपराधों को रोकने गंभीरता और संवेदनशील होकर पूरी जवाबदारी से लेना होगा । पुलिस अधिकारियों को इन अपराधों की विवेचना करते समय ऐसी भावना रखनी चाहिए जैसे उनके परिवार के सदस्य और बच्चों के साथ यह घटना हुई है । डीजीपी ने कहा कि फरियाद लेकर आने वाले पीडि़त पक्षों के साथ थाने में सद्भावनापूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए । पुलिस के पास पहुंचने वाले बड़ी उम्मीद लेकर आते हैं। ऐसे में लोगों की समस्याओं का निराकरण और जनता की सेवा के लिए ही पुलिस की व्यवस्था की गई है ।
डीजीपी अवस्थी ने ऑपरेशन संवेदना के लिए राज्य स्तर पर पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती वर्षा मिश्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है । प्रदेश के किसी भी स्थान से महिलाओं और बच्चों के विरुद्व होने वाली घटना के संबंध में नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर-98279-02682, 94791-91004 से सीधे शिकायत कर सकतें हैं । इसके अलावा राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों को जिला स्तर पर भी नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये हैैं, और उन्होंने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को राज्य के सभी पुलिस थानों में महिला प्रकोष्ठ का गठन कर कम से कम एक-एक महिला पुलिस अधिकारी की नियुक्ति करने को निर्देशित किया है, जो कार्यालयीन समय में महिलाओं और बच्चों की समस्याओं को सुनेंगीं तथा समस्याओं के निराकरण हेतु प्रभावी कार्यवाही करेंगे ।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, अपराध अनुसंधान विभाग अशोक जुनेजा ने भी राज्य में महिलाओं और बच्चों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए सभी जिलों से आये अधिकारियों को निर्देशित किया । इस अवसर पर उप पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान विभाग एस.सी. द्विवेदी, श्रीमती नेहा चम्पावत एवं डॉ. संजीव शुक्ला सहित पुलिस मुख्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे ।