राकेश शुक्ला
कांकेर | जिले के चारामा स्थित रानी दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों और मरीजो के परिजनों के साथ नर्स का दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है | मामला उजागर तब हुआ जब दोपहर में विक्रम प्रताप नाम का युवक स्वास्थ्य खराब होने की वजह से अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुआ था | जिसे उपचार के लिए वार्ड में भर्ती कर ग्लूकोज बॉटल चढ़ाया गया था और युवक बाथरूम जाना था उसी दौरान अपने पिता को नर्स को बुलाने भेजा |
लेकिन ड्यूटी में तैनात नर्स के द्वारा बॉटल निकालने के लिए अस्पताल में काम करने वाली एक महिला को भेजा गया | जिसका काम अस्पताल को साफ सफाई करने का है | महिला ने मरीज से कहा कि तुम बॉटल पकड़ कर बाथरूम चले जाओ | बीमार युवक बॉटल को हाँथ में पकड़कर बाथरूम जा रहा था कि अचानक बॉटल में लगे ड्रिप के माध्यम से खून बॉटल में जाने लगा | तब मरीज यह देखकर तुरंत अपने बिस्तर में वापस आ गया | तभी एक नर्स आयी और बॉटल निकालने लगी | मरीज ने उनसे कहा कि मैडम आपको बुलाने भेजा था लेकिन आप नही आई | इतने में नर्स भड़क गई और ऊंचे आवाज में मरीज तथा मरीज के परिजनों से दुर्व्यवहार करते हुए बोली कि मुझे मेरा काम मत सिखाओ जिसको बताना है बताओ | यहां काम करने वाली महिला ये सब काम करती है | तुमको जो करना है करलो जिसको बताना है बताओ मैं किसी से नही डरती कह कर चली गयी | आस-पास के मरीजो तथा परिजनों से पूछने पर उन्होंने बताया कि नर्स का व्यवहार ठीक नही है | सबके साथ ऐसे ही बात करती है | तथा बुलाने पर समय मे नही आती है |
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ. ओ पी शंखवार ने कहा की हमेशा हमारी कोशीश रहती है कि मरीजो को सही सुविधा मिलती रहे पर नर्स के द्वारा इस तरह का व्यवहार करना सही नही है नर्स को समझाया जाएगा |