तीर्थ दर्शन गई महिला की सड़क दुर्घटना में मौत, यात्रा के दौरान गुम गई थी महिला, चार दिन बात मिली लाश, समाज कल्याण विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने ।

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किशोर साहू बालोद[Edited By: शशिकांत साहू]

बालोद। तीरथ बरत योजना के अंतर्गत तीर्थ करने गई एक महिला की मृत्यु हो जाने का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें समाज कल्याण विभाग एवं सहायक की लापरवाही सामने आई हैं। मिली जानकारी अनुसार दल्लीराजहरा निवासी चंद्रकला बोगड़े (68वर्ष) शासन की तीरथ बरत योजना के अंतर्गत तिरुपति दर्शन करने हेतु गई हुई थी। उक्त वृद्ध महिला के साथ सहयोगी के रूप में सहायक बनकर सुमित्री निषाद भी गई थी। 24 फरवरी को रात 8 बजे विभाग व सहायक की लापरवाही से तिरुपति मंदिर से वृद्ध महिला चंद्रकला बोगड़े गुम हो गई। गुम हो जाने के पश्चात महिला की काफी खोजबीन की गई लेकिन महिला का कोई अता पता नही चल पाया। जिसके बाद उक्त महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट 24 घँटे के बाद तिरुपति के थाने में लिखवाई गई। रिपोर्ट दर्ज पश्चात पुलिस ने महिला की खोजबीन जारी कर दी। 27 फरवरी को पुलिस को सूचना मिली कि एक वृद्ध महिला की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई हैं। पुलिस ने मृत महिला की शिनाख्त की वह लाश गुम हुई महिला चंद्रकला बोगड़े की थी। जिसके बाद महिला के शव शनिवार को दल्लीराजहरा लाया गया और पूरे रीति रिवाजों से उसका अंतिम संस्कार किया गया। उल्लेखनीय हो कि समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले से कुल 475 तीर्थयात्रियों को तीरथ बरत योजना अंतर्गत तीर्थ के लिए भेजा गया था। जिसमें दल्लीराजहरा से 73 तीर्थयात्री शामिल हुए थे। जिनमे 22 सहायक शामिल थे। बीमा के तहत मिलेगी 4 लाख की सहायता राशि- समाज कल्याण विभाग के उप संचालक नरेंद्र देवांगन ने बताया कि आईआरसीटी के तहत हर तीर्थयात्रीयों का बीमा किया जाता हैं। जिसके तहत मृत हुए महिला को बीमा राशि का 4 लाख रुपये मिलेगा। श्री देवांगन ने आगे बताया कि मृत हुए महिला का जो भी वारिस या परिवार वाला होगा उसे सहायता राशि से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। जिसके बाद बीमा से मिलने वाली राशि 4 लाख रुपये आईआरसीटी द्वारा दी जाएगी।