बड़ी खबर – छत्तीसगढ़ में उल्लूओ के अच्छे दिन आने वाले है , उल्लू खोजेगी पुलिस ,  गुंडे बदमाशों और वारंटियों को भी अच्छे दिन की उम्मीद | उल्लूओ की तलाशी के लिए पुलिस मुख्यालय से जारी हुआ पत्र | 

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रायपुर / छत्तीसगढ़ में उल्लूओ के अच्छे दिन आने वाले है , इसका खुलासा पुलिस मुख्यालय से जारी एक आदेश से हुआ है | सेक्टर – 19 अटल नगर रायपुर से जारी , क्र. पुमु / अअवि / वन्य प्राणी /07 / 19 पत्र में प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि दीपावली के आस-पास उल्लूओ के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाने में मदद करने के संबंध में ट्राफिक इंडिया की ओर से पत्र प्राप्त हुआ है | इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि उल्लूओ की लगभग 15 प्रजातियों का बलिदान दीवाली के समय किया जाता है | इस संबंध में ट्राफिक इंडिया द्वारा उल्लूओं के अवैध शिकार एवं व्यापार रोकने के संबंध में पोस्टर जारी किया गया है | उक्त विषय के संबंध में समस्त थाना / चौकियों को पालनार्थ हेतु भेजे गए पोस्टर की छायाप्रति को चस्पा कर पालन प्रतिवेदन से इस कार्यालय को अवगत कराने का कष्ट करे | जाहिर है , इस निर्देश को अमलीजामा पहनाने के लिए आला पुलिस अफसरों को अपना कीमती वक्त उल्लूओ को देना होगा | पुलिस की गंभीरता बता रही है कि कमोवेश उल्लूओ के अच्छे दिन आने वाले है |

इस निर्देश को वाइल्ड लाइफ कंसर्वेशन एक्ट की मजबूती की दिशा में बड़ा कदम बताया जा रहा है | लोगों को लग रहा है कि राज्य के वन विभाग ने उल्लूओ को बचाने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है | जबकि उल्लूओ के संरक्षण से उसका सीधा वास्ता है | एक जानकारी के मताबिक वन विभाग के कई महत्वपूर्ण अधिकारियों को मंत्रालय में पदस्थ करने से एक ओर जहां सरकार में जंगलराज का दबदबा बढ़ा है , वही वन विभाग के मुख्यालय अरण्य भवन में उल्लूओ की सुध लेने में किसी ने भी दिलचस्पी नहीं दिखाई | लिहाजा पर्यावरणविदों को उम्मीद है कि संकट के दौर से गुजर रही उल्लूओ की प्रजाति की ओर पुलिस की निगाहे कारगर साबित होगी | इससे ना केवल उल्लूओ का संरक्षण होगा , बल्कि लुफ्त होती उनकी कई प्रजातियां भविष्य में देखने को मिलेगी | यही नहीं हर काठ में उल्लू बैठा , अंजाम ए गुलिश्तां क्या होगा ? यह कहावत भी चरितार्थ होते नजर आएगी | आने वाले दिनों में प्रदेश में उल्लूओ के दिन फिरने वाले है , इस पर यकीन करे |     

उधर छत्तीसगढ़ के तमाम थानों और पुलिस चौकियों में बल की कमी और अपराधों में वृद्धि के मामले सुर्ख़ियों में है | इस बीच उल्लूओ के संरक्षण को लेकर मिले नए निर्देश से पुलिस पसोपेश में है | मुश्किल प्राथमिकता को लेकर है , किन मामलों की विवेचना और खोजबीन , पहले की जाए | चूकिं इस पत्र में साफतौर पर कहा गया है कि पालन प्रतिवेदन से इस कार्यालय को अवगत कराने का कष्ट करे | लिहाजा पुलिस मुख्यालय के इस पत्र को अधिकारी काफी गंभीरता से ले रहे है | इधर उल्लूओ की ओर पुलिस की निगाहे इनायत होने से गुंडे , बदमाशों और वारंटियों को अपने अच्छे दिन आने की उम्मीद बढ़ गई है | उन्हें भरोसा है कि हवालात की सैर करने या फिर जेल की हवा खाने के मामले में कुछ दिन की ही सही , जरा तो राहत मिलेगी |