
रायपुर | NHMMI अस्पताल के मौजूदा प्रबंधन पर अब फाउंडर मेंबरों को झूठे आरोपों में फंसाने और फर्जी FIR दर्ज कराने के साथ -साथ अदालती प्रकरण वापस लिए जाने को लेकर धमकियां मिलने लगी है | बताया जाता है कि वरिष्ठ फाउंडर मेंबर रेखचंद जैन के घर पहुंचकर एक शख्स ने खुली धमकी दी है कि वे अदालती प्रकरण वापस ले और MMI अस्पताल पर से अपना दावा छोड़े | यही धमकी महेंद्र धाड़ीवाल को भी दी गई है ,वरना उनके खिलाफ झूठी FIR दर्ज करा कर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है | दोनों ही वरिष्ठ सदस्य धमकी देने वाले शख्स और उसके पीछे अपराधिक साजिशो को अंजाम देने वाले गिरोह की पुलिस में नामजद शिकायत करने की तैयारी में है |

बताया जाता है कि बुधवार की शाम रेखचंद जैन के निवास पर पहुंचे किसी शख्स ने उन्हें MMI प्रबंधन को लेकर अपना दावा छोड़ने के लिए धमकियाँ दी | इस शख्स ने मौजूदा मैनेजमेंट के एक प्रभावशाली पदाधिकारी का नाम और हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कइयों को निपटाया है ,वो आपको और महेंद्र धाड़ीवाल को भी निपटा देंगे | इस शख्स ने पूर्व में घटित कई अपराधिक वारदातों का हवाला देते हुए फाउंडर मेंबरों को धमकी देने में कोई कसर बांकि नहीं छोड़ी | यही हाल महेंद्र धाड़ीवाल का भी बताया जा रहा है | प्राप्त जानकारी के अनुसार हफ्ते भर से उन्हें भी झूठे प्रकरणों में फंसाने की धमकियाँ मिल रही है | दोनों ही पीड़ितो की दलील है कि धमकियां देने के मामले में NHMMI का मौजूदा मैनेजमेंट शामिल है | उनके मुताबिक MMI के फाउंडर मेंबरों के पक्ष में अदालती फैसला आने के बाद मौजूदा मैनेजमेंट से जुड़े पदाधिकारी उनसे ईष्या और द्वेष रखते है |

उधर पीड़ितों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को NHMMI की ताजा हालात से वाकिफ कराने का फैसला लिया है | पीड़ितों के मुताबिक MMI अस्पताल की स्थापना लाभ कमाने के लिए नहीं ,बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता के लिए की गई थी | लेकिन NHMMI मैनेजमेंट ने मानवता के कार्यो को छोड़कर इसे व्यसायिक रूप दे दिया है | फाउंडर मेंबरों के मुताबिक इस अस्पताल में गरीबो को इलाज में छूट देने के बजाए अमीरो और आर्थिक रूप से संपन्न परिवारों को इलाज में रियायत दी जा रही है | यही नहीं NHMMI में चल रही गैर-क़ानूनी गतिविधियों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत कराने का फैसला लिया गया है |