रायपुर | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान के एमएसपी मुद्दे को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम ने बीजेपी नेताओं के लिए भगवान से सद्बुद्धि मांगी है । बघेल ने भाजपा नेताओं को पीएम मोदी से मिलकर एमएसपी के लिए आग्रह करने को कहा है । इस दौरान रमन सिंह का नाम लेने पर सीएम बघेल भड़क गए और उन्होंने क्या वे विधायक दल के नेता हैं ? क्या वे प्रदेश अध्यक्ष हैं ? सीएम बघेल ने आगे कहा कि रमन को तो खुद भाजपा के नेता नहीं पूछ रहे हैं । बघेल ने कहा कि भाजपा में अनुशासन की बात करते थे । बीजेपी में बिखराव पर बोले मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा में अनुशासन की बात करते थे | उनकी पार्टी में ही बिखराव की स्थिति है | मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी में जान से मारने की धमकी दी जाती है | बीजेपी का चाल चरित्र चेहरा उजागर हो गया है. बीजेपी की बैठक में को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग-अलग राजनीतिक दल है | उनसे यही निवेदन करना चाहूंगा, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे और किसानों के साथ खड़े हों |
उन्होंने कहा कि जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तब वह राज्यों को बोनस देने के लिए रोके नहीं बल्कि यूपीए सरकार ने खुद बोनस दिया है, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने न खुद बोनस दे रही हैं और जो राज्य बोनस देना चाहता उसमें रोक लगा रहे हैं | धान खरीदी की अनुमति देने को लेकर कांग्रेस 13 नवंबर को दिल्ली कूच करेगी, तो वहीं दूसरी तरफ उसी दिन बीजेपी प्रदेश में कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ जेल भरो आंदोलन करेगी । भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया ।
उधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लगाए गए कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पलटवार किया है | उन्होंने कहा कि बीजेपी राजनीतिक दृष्टि से प्रजातांत्रिक पार्टी है | पूरे प्रदेश में बहुत बेहतर तरीके से प्रक्रिया संपन्न हुई है | किसी कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी गई हो ऐसी कोई जानकारी नहीं है या हुआ होगा तो जानकारी दी जाएगी | रमन सिंह ने बीजेपी में हो रही गुटबाजी और बिखराव की स्थिति को लेकर कहा कि संगठन चुनाव हो चुके हैं | कहीं भी बिखराव की स्थिति नहीं है | कहीं यदि आपत्ति होती है, तो वहां कमेटी बनाई जाती है | जिस भी विषय में होगा उसका निराकरण किया जाएगा | राज्य स्तर की कमेटी बनाई गई है |
रमन की भूपेश को नसीहत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उत्तेजक बयान को लेकर रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अभी ठंडे दिमाग से रहने का अवसर है और मुद्दा भी है | धान खरीदी को लेकर जो वादा किया था उसको पूरा करने का अवसर आया है | इतनी जल्दी किसी बातों में उत्तेजित होने की जरूरत नहीं है | रमन सिंह ने कहा कि मूल विषय यह है कि जो आपने घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ के किसानों को कहा कि हम पूरे 5 साल 2500 रुपए में धान खरीदेंगे | एक वादा जो उनके दिमाग से उतर गया है बोनस का | आम जनता और किसानों को 2 साल का बोनस देने की बात कही थी, उनके मेमोरी से विलुप्त होते जा रही है | किसानों की याददाश्त से भी उसे दूर करना चाहते हैं | 2 साल का बोनस देना है उसकी व्यवस्था करो | वहीं चना की खरीदी 4900 और गन्ने की समर्थन मूल्य भी बढ़े दाम में करने की बात कही गयी थी, लेकिन इस तमाम मुद्दों पर कांग्रेस सरकार चुप्पी साधे रखी है । उन्होंने कहा कि यह नीतिगत विषय है आज का विषय नहीं है राज्य सरकार अपनी नीति बनाती और केंद्र सरकार अपनी नीति बनाती है | हमारी मांग दूसरी है हम कहते हैं धान खरीद पर पदयात्रा करें, प्रदर्शन करें, आपका अधिकार है, मगर हमारा मूल विषय यह है इसे ही लेकर हम आने वाले समय पर आने वाले समय में प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे | 15 नवंबर से धान खरीदी की व्यवस्था शुरू करें. इस मांग पर ही प्रदर्शन करेंगे | रमन सिंह ने कहा कि आज किसान परेशान है धान कहां रखे, धान खरीदी की व्यवस्था शुरू करनी चाहिए | अभी राजनीति चलती रहेगी हम अपनी राजनीति करेंगे. किसान को सबसे ज्यादा जरूरत यह है कि धान खरीदी शुरू की जाए |

