
छोड़ दे ये दुनिया किसी के लिए यह मुनासिव नहीं आदमी के लिए, प्यार से भी जरूरी कई काम हैं। इस गीत की पक्तियां कविता वर्मा द्वारा लिये गये मृत प्रेमी की फोटो से शादी का निर्णय वापस लेने पर चरितार्थ होती हैं । तीन बच्चों की मां कविता वर्मा को अपने मृत प्रेमी की इच्छा पूरी करने का वादा सामाजिक पाबंदियों के चलते अधूरा रह गया । आठ नंबवर को प्रेमी के फोटो के साथ शादी के फेरे लेने का निर्णय उसने वापस ले लिया । महिला ने विवाद की स्थिति को देखते हुए मंगलवार की सुबह अपना निर्णय वापस ले लिया । नगर के मोहल्ला टेड़ानीम निवासी तीन बच्चों की मां कविता वर्मा पत्नी स्वर्गीय दीपक वर्मा का अपने ही पड़ोस में रहने वाले सौरभ वर्मा से प्रेम हो गया था । पति दीपक वर्मा के अलावा प्रेमी सौरभ वर्मा की भी मृत्यु हो गयी ।
फोटो से शादी करने के फैसले ने के बाद सीओ मामले पर नजर रखे थे । मंगलवार को एनेक्सी भवन में सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कविता को कुछ लोगों के साथ बुलाया गया । एसडीएम पंकज कुमार एवं सीओ पंकज कुमार श्रीवास्तव के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता नीलिमा पाठक, चंद्रशेखर राजपूत एडवोकेट के साथ कमरे में करीब एक घंटे वार्ता हुई । यहां कविता ने लिखित में दिया कि वह अपने निर्णय को वापस लेती है । आठ नबंवर को दिबंगत प्रेमी सौरभ वर्मा की फोटो से विवाह नहीं करेगी । कविता ने कहा कि जिन बातों का समाज एक स्वर में विरोध करता हो उसके पीछे नहीं भागना चाहिये। सीओ अतरौली पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कविता ने निर्णय को वापस लेकर अच्छा कदम उठाया है । बुराई की तरफ जाने पर समाज कानून से भी पहले रोकता है । कविता ने प्रेमी के फोटो से शादी करने का निर्णय वापस लेकर समाज का आदर किया है ।
महिला को बरगलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग पीड़ित
परिवार के लोगों ने उठायी है । मंगलवार को एसडीएम को प्रार्थना पत्र भी
दिया । मोहल्ला टेड़ानीम ब्रह्मनपुरी के मृतक सौरभ वर्मा के पिता रवेन्द्र
कुमार ने कहा कि कविता करीब दो साल पहले मृत उसके पुत्र के फोटो के साथ
फेरे लेने की कह रही है । महिला की हरकत की वजह से हम सबको मानसिक पीड़ा का
सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की
मांग की है ।