सामाजिक गतिविधियों में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए रायपुर स्पा एसोसिएशन जरुरतमंदो की मदद करने के लिए सामने आया है | इस कड़ी में उसने विकलांगो को ट्राइसिकल प्रदान कर भविष्य में ऐसी गतिविधियों में तेजी लाने का संकल्प लिया है | एसोसिएशन ने दावा किया कि भविष्य में वो सामाजिक कल्याण की गतिविधियों में तन मन और धन से सहयोग करेगा |

रायपुर में एक होटल में आयोजित छत्तीसगढ़ स्पा वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले दिवाली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था | आयोजकों के मुताबिक ये पहला मौका है जब स्पा इंडस्ट्री से जुड़े लोग एक साथ एक मंच पर इकठ्ठा हुए हो | इससे पहले सेंट्रल इण्डिया में ऐसा कार्यक्रम नहीं हुआ है | इस कार्यक्रम में रायपुर के सभी नामी गिरामी स्पा सेंटरों के संचालक व सहकर्मी मौजूद रहे | समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में लायंस क्लब की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन रंजना क्षेत्रपाल उपस्थित रही | लायन रंजना ने कार्यकम को काफी सराहा उनके मुताबिक पहले कुछ ही ऐसी संस्थाए होती थीं जो सामाजिक कल्याण के बारे में सोचती हैं और उसे पूरा भी करती हैं | आज स्पा एसोसिएशन के इस पहल से ना केवल उन दिव्यांग लोगों को सहारा मिलेगा बल्कि उनके साथ साथ रहने वाले उनके परिवार वालों के भीतर भी एक नई आस जागेगी |

इस कार्यक्रम के पहले भी छत्तीसगढ़ स्पा एसोसिएशन ने कई सामाजिक गतिविधियों में अपनी अहम भूमिका निभाई है | कुछ माह पूर्व एसोसिएशन ने “रक्तदान महादान” का शिविर आयोजित किया था | जिसे लोगों ने काफी सराहा था | इस शिविर में “रक्तदान” करने वालो का तांता लगा था, हर किसी ने “रक्तदान” ,महादान के संकल्प के साथ यहाँ अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी | इसके अलावा भी एसोसिएशन के बैनर तले कई सामाजिक गतिविधियों को अंजाम दिया गया है, एसोसिएशन ने स्वतंत्र दिवस के मौके पर 300 से ज्यादा हेलमेट वितरित कर लोगो को जागरूक करने का प्रयास भी किया था | एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जयदीप बैनर्जी के मुताबिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर वो स्पा एसोसिएशन से जुड़े लोगो को एक जुट करने का प्रयास करते हैं,और हर बार “सोशल इंटीग्रिटी” के साथ अपनी और अपनी एसोसिएशन की भूमिका पूर्ण करते हैं | स्पा थेरेपी के बारे में बताते हुए एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जयदीप बैनर्जी ने बताया कि आज के दौर में अधिकांश लोग तनाव और अत्यधिक थकान से राहत पाने के लिए स्पा थेरेपी का सहारा लेते हैं ये एक ऐसी विधि है जिससे ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है और शरीर के भीतर रहने वाले जहरीले तत्व भी बाहर निकल आते हैं | सब से अहम बात ये है कि इस थेरेपी से शरीर में कसावट लाकर बुढ़ापे की रफ्तार भी धीमी हो जाती है |