राजनांदगाँव / एक ओर जहाँ पुलवामा हमले का भारतीय सेना आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है , वही इधर छत्तीसगढ मे नक्सली उन्नमूलन मे लगे जवान नक्सलियो को जवाब देने मे कोई कसर बाकी नही छोड रहे है | इसी कडी मे नक्सल मोर्चे पर डटी राजनांदगाँव पुलिस को लगातार तीन दिनो मे तीसरी बार और 15 दिनो मे चौथी बार जमीन के नीचे गडा कर रखे नक्सलियो के डम्प को बरामद करने मे सफलता पाई है | पुलिस ने साबरदानी के पहाडी और डूटागढ के जंगल के बीच मे 500 लिटर वाटर टैंक मे छिपाकर रखे नक्सलियो के भारी मात्रा मे दैनिक उपयोग के सामानों को बरामद करने मे सफलता पाई है | बीते दिनो आई जी के समक्ष आत्मसमर्पित 50 लाख के ईनामी नक्सली पहाड सिंग के निशान देही पर सुरक्षा कर्मियों को ये सफलता मिली है | बरामद किये समान को चार दिन पूर्व कोरवा मे खोले पुलिस कैम्प मे रखा गया है | कीमती और बढिया क्वालिटी के सामानों को देखते हुए किसी बडे नक्सली के जमावडे से इंकार नहि किया जा सकता साथ ही वो किसी बडी घटना को अंजाम देने के फिराक मे थे जिसे पुलिस की सर्चिग पार्टी ने नाकाम कर दिया है | पुलिस सर्चिग टीम को लगातार डम्प मिलने से क्षेत्र मे नक्सलियो की बढती सक्रियता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है | एसपी कमलोचन कश्यप का कहना है कि कोरवा मे पुलिस कैम्प खुलने से नक्सलि बेकफूट मे चले गये है और जवानो ने सर्चिग तेज कर दी है |
दरअसल पुलिस ने छुईखदान विकासखंड के बकरकट्टा थाना और कोरवा पुलिस कैम्प के अन्तर्गत साबरदानी और डूटागढ के जंगल के बीच नक्सलियों द्वारा जमीन के अंदर 500 लिटर के वाटर टेंक मे छुपाकर रखे गए नक्सल वर्दी , बडीमात्रा मे कमर बेल्ट , पुलिस को सप्लाई होने वाले जूते , कीमती एव बढिया क्वालिटी के शाल एव कपडे टार्च दवाईयाँ सहित दैनिक उपयोग के सामानों को बरामद किया है |