प्रेम प्रकाश शर्मा
जशपुर | एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर की टीम ने सोमवार को श्रम विभाग के निरीक्षक सुरेश कुमार कुर्रे को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरपफ्तार किया है । आरोपों के घेरे में आए इस निरीक्षक से एसीबी की टीम ने 40 हजार रूपए जब्त किए हैं ।
एसीबी के डीएसपी शैलेन्द्र कुमार पांडे ने बताया कि छत्तीसगढ़ अभिनंद नामक एनजीओ को श्रम विभाग की ओर से मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 320 बच्चों को प्रशिक्षित करने का काम सौंपा गया था । इस कार्य के एवज में विभाग को लगभग 18 लाख रूपए का भुगतान किया जाना था । विभाग ने एजीओ के संचालक और प्रार्थी रमेश यादव को आधे रकम की भुगतान कर चुका था । शेष भुगतान के लिए श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे ने 1 लाख 90 हजार के रिश्वत की मांग की थी। प्रार्थी के मुताबिक जब उसने निरीक्षक से रकम अधिक होने की बात कही,तो आरोपी निरीक्षक ने 1 लाख रूपए में मामला क्लियर करने की बात कही थी । एक मुश्त में रकम ना होने पर आरोपी निरीक्षक ने किश्तों में रिश्वत देने की सुविधा भी प्रार्थी को दिया था ।
इस बीच प्रार्थी ने निरीक्षक के इस करतूत की शिकायत एसीबी बिलासपुर से कर दी। शिकायत पर एसीबी की टीम ने पूरी योजना बना कर सोमवार की शाम तकरीबन 6 बजे श्रम विभाग के कार्यालय में प्रार्थी रमेश यादव से रिश्वत के 40 हजार रुपये लेते ही रंगे हाँथ गिरफ्तार कर लिया।
इधर,आरोपों गिरफ्तार श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे ने इस पूरे मामले को साजिश करार देते हुए स्वयं को निर्दोष बताते हुवे कहा कि प्रार्थी रमेश यादव स्वयं ही बड़े फर्जीवाड़े में फसा हुआ है। विभाग द्वारा इसकी जांच की जा रही है । उन्होनें रमेश यादव को कुछ रकम उधार दिया था। इस उधार की रकम को देने के लिए रमेश यादव उनके कार्यालय पहुंचा था ।

