बेंगलुरु : कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खींचतान अब थमती हुई नजर आ रही है। पार्टी शीर्ष नेतृत्व के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच लगातार मुलाकातें हो रही हैं। दोनों नेता बीते चार दिनों में दो बार एक-दूसरे के घर नाश्ते पर मिले थे और एकता का संदेश दिया है। इसी बीच आज सिद्धारमैया, शिवकुमार के सदाशिवनगर स्थित आवास पहुंचे। यहां नाश्ते के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कहा कि उन्होंने शिवकुमार के साथ पार्टी के मुद्दों और 8 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा की है। सिद्धारमैया ने आगे बताया कि, हम हमेशा एकजुट हैं, हम भाई हैं और मिलकर सरकार चला रहे हैं.

इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि डीके शिवकुमार कब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे? तो सिद्धारमैया ने साफ कहा,“जब पार्टी आलाकमान कहेगा, तब जो भी फैसला होगा, हम उसे मानेंगे.”पहले भी कांग्रेस हाईकमान ने दोनों नेताओं को आपसी मतभेद खत्म कर साथ काम करने का संदेश दिया था। तभी से दोनों नेता बार-बार मुलाकात कर एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को शिवकुमार ने मुख्यमंत्री आवास कावेरी में नाश्ते पर शिरकत की थी, वहीं आज सीएम उनके घर पहुंचे। डीके शिवकुमार ने भी कहा कि वह और सिद्धारमैया एक टीम की तरह जनता से किए वादे पूरे करने में जुटे हैं। उन्होंने बताया, यह मुलाकात सौहार्द यात्रा है। हम दोनों मिलकर कर्नाटक के विकास के लिए काम कर रहे हैं.
बहरहाल, इस पूरी राजनीतिक हलचल का संकेत यही है कि आलाकमान के निर्देशों के चलते कर्नाटक कांग्रेस अब खुलकर भाईचारे और तालमेल का संदेश देना चाहती है। हालांकि, नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अंतिम फैसला अभी भी दिल्ली हाईकमान पर ही टिका है।
