चंडीगढ़ : हरियाणा में थार विवाद के कानूनी रंग लेने के आसार बढ़ गए है। दरअसल , इस मामले में डीजीपी के वक्तव्य मानहानि से परे बताये जाते है। जबकि आपत्तिकर्ता ने “पागल ” शब्द पर एतराज जताते हुए माफ़ी की मांग की है। थार और बुलेट वाले गुंडे बदमाश हैं। डीजीपी के इस बयान के बाद पूरे प्रदेश में हलचल मची है।

बता दें, 8 नवंबर को गुड़गांव में हुई पत्रकारवार्ता के दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने जब यह बयान दिया तो यह सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। बयान के बाद गुरुग्राम के एक थार मालिक ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है। थार मालिक ने नोटिस में लिखा कि DGP के बयान के बाद समाज में मेरा मजाक बनाया जाने लगा है। इससे परेशान होकर मैंने थार चलानी छोड़ दी। इसलिए वह अपने बयान को लेकर माफी मांगें। अगर 15 दिन में उन्होंने ऐसा नहीं किया तो वह कानूनी कार्रवाई कराएंगे। डीजीपी का यह बयान उन्हें कोर्ट के रास्ते पर ले जा रहा है। सूत्र तस्दीक करते है, डीजीपी का बयान मानहानि के दायरे में नहीं है। डीजीपी OP सिंह ने संकेत दिए है, वे माफ़ी नहीं मांगेगे।

डीजीपी OP सिंह का है दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत से कनेक्शन
ओमप्रकाश सिंह हरियाणा कैडर के 1992 बैच के IPS अधिकारी हैं. ओपी सिंह मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के नूमर गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बीए की पढ़ाई की और फिर UPSC क्रैक करके IPS बने. अपने करियर में उन्होंने कैथल,पानीपत,हिसार,जींद जैसे कई जिलों में SP के तौर पर काम किया. बाद में अंबाला और पंचकूला में पुलिस कमिश्नर बने.रेवाड़ी और हिसार रेंज में IG की जिम्मेदारी संभाली.अभी पिछले महीने अक्टूबर 2025 में ही हरियाणा पुलिस में बड़ा हंगामा मचा था. आईपीएस ओपी सिंह को उनकी मेहनत के लिए कई अवॉर्ड्स मिले हैं.2008 में पुलिस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस और 2017 में प्रेसिडेंट्स पुलिस मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस मिला.सबसे इंटरेस्टिंग बात ये है कि उनका कनेक्शन बॉलीवुड से भी है. ओपी सिंह दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं।
