पटना : के पॉश वीआईपी जोन में स्थित 10 सर्कुलर रोड का बंगला लंबे समय से राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र रहा है। लालू-राबड़ी परिवार की मौजूदगी ने इसे बिहार के सत्ता और गठबंधन समीकरणों पर नजर रखने वाले प्रमुख केंद्र में बदल दिया था। हालांकि, 2025 में बनी नई एनडीए सरकार ने इसे खाली कराने का आदेश दिया है।
10 सर्कुलर रोड का बंगला लालू परिवार की राजनीतिक यात्रा का भी आईना है। 2005 से पहले राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं और सरकारी आवास में रहती थीं। नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड आवंटित हुआ और परिवार अगले 20 वर्षों तक यहीं रहा। इस दौरान बंगले ने बिहार की सत्ता और विपक्ष के समीकरणों को करीब से देखने का अवसर दिया।
2015 में महागठबंधन सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव को 5 देशरत्न मार्ग का बंगला मिला था। 2017 में सरकार बदलते ही उन्हें नोटिस जारी हुआ। तेजस्वी यादव ने हाईकोर्ट में अपील की, लेकिन 2019 में कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों की सरकारी सुविधाएं खत्म कर दीं। इसके बाद राबड़ी देवी नेता प्रतिपक्ष के रूप में 10 सर्कुलर रोड पर रहीं।
नई एनडीए सरकार ने प्रशासनिक पुनर्संरचना के तहत सरकारी आवासों का पुनर्वितरण किया। राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष कोटे से 39 हार्डिंग रोड का नया बंगला आवंटित किया गया। इसके साथ ही तेज प्रताप यादव को भी 26 एम स्ट्रैंड रोड खाली करना पड़ा, जिसे नए मंत्री लखेंद्र कुमार रोशन को दिया गया।
