Politics on Hidma Encounter: नक्सली कमांडर हिडमा ढेर हो गया है. उसकी मौत को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए बस्तर में PESA कानून लागू को लेकर सवाल उठाए हैं. उनके इस बयान पर प्रदेश के डिप्टी CM और गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार किया है.
दिग्विजय सिंह ने पोस्ट कर PESA कानून को लेकर किया सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा- ‘मैं नक्सली द्वारा की जा रही हिंसा का घोर विरोधी हूं. उनके साथ कोई समझौता हो कर उन्हें आत्म समर्पण कराया जाता है मैं उसके पक्ष में हूं. विषय कुछ और है. उन्हें सामाजिक आर्थिक रूप से mainstream में लाया जाना चाहिए. देश के सभी Schedule Area विशेष कर बस्तर संभाग आदिवासी क्षेत्र में भारत सरकार PESA कानून लागू करना चाहिए ? बस्तर के खनिज सम्पत्ति में स्थानीय आदिवासी की भागीदारी देना चाहिए ?’
उन्होंने आगे लिखा- ‘अब बात आती है SIR द्वारा मतदाता सूची तैयार करने की. SIR में जो प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं क्या देश के आदिवासी बाहुल्य Schedule Areas विशेष कर नक्सली क्षेत्रों में आदिवासियों के पास होंगे, जिस से उनका नाम मतदाता सूची में शामिल हो सकें? प्रश्न ये हैं जिन पर सभी राजनैतिक दलों को ध्यान देना चाहिए. भाजपा आदिवासी हितों की कभी समर्थक नहीं रही.’
गृह मंत्री विजय शर्मा ने किया पलटवार
दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट पर प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा- ‘धिक्कार है, उनको शर्म आनी चाहिए. शहीद परिवार से माफी मांगनी चाहिए.’
खूंखार नक्सली हिडमा ढेर
झीरम घाटी नरसंहार समेत करीब 26 बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड और खूंखार नक्सली कमांडर हिडमा ढेर हो गया है. 18 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश की सीमा पर नक्सलियों और सुरक्षाबलों के जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर हिडमा, उसकी पत्नी राजे और 4 अन्य सहयोगियों को जवानों ने ढेर कर दिया. हिडमा पर 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था.
