Indore-Nagpur Vande Bharat: इंदौर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस अब 24 नवंबर से दोगुनी क्षमता के साथ चलेगी. रेलवे ने इसके लिए आधिकारिक अनुमति जारी कर दी है. फिलहाल यह ट्रेन 8 कोच के साथ चल रही थी, लेकिन बुधवार को दिल्ली से 16 कोच का नया अपग्रेडेड रैक इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पहुंच गया, जिसके बाद पिट लाइन पर इसका मेंटेनेंस शुरू कर दिया गया. रेलवे बोर्ड ने हाल ही में वंदे भारत ट्रेनों की बढ़ती मांग और ऑक्यूपेंसी की समीक्षा की थी, जिसके आधार पर देशभर में सात ट्रेनों में कोच बढ़ाने का निर्णय लिया गया.
16 कोच के साथ चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस
इंदौर-नागपुर रूट पर यात्रियों की बढ़ती संख्या और टिकट की कमी को देखते हुए रतलाम मंडल ने कोच बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था. अभी मौजूदा 8 कोच वाली ट्रेन में कुल 530 सीटें हैं, जिनमें 52 सीटें एक्जीक्यूटिव क्लास में और बाकी चेयर कार में उपलब्ध होती हैं. सीरीज के अलग-अलग कोचों में सीटों की संख्या के अनुसार यह क्षमता तय की गई है. नई व्यवस्था के बाद कोचों की संख्या बढ़ाकर 16 कर दी जाएगी, जिससे अब इस ट्रेन में 1150 से अधिक सीटें उपलब्ध होंगी. इसके साथ ही ऑनबोर्ड स्टाफ बढ़ाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
कोच बढ़ाने से यात्रियों को मिलेगा सीधा लाभ
रेलवे सूत्रों के अनुसार, पुराने 8 कोच को किस रूट पर भेजा जाएगा, इसका निर्णय रेलवे बोर्ड बाद में करेगा. वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे का कहना है कि कोच बढ़ने से भोपाल, नर्मदापुरम और इटारसी सहित इस मार्ग के अन्य यात्रियों को सीधे लाभ मिलेगा. वेटिंग लिस्ट कम होगी और अधिक लोग आराम से यात्रा कर सकेंगे.
27 जून को हुई थी इंदौर-भोपाल वंदे भारत की शुरुआत
इंदौर-भोपाल वंदे भारत की शुरुआत 27 जून को हुई थी और ट्रेन उज्जैन में मात्र 5 मिनट रुकते हुए तेज गति से सफर पूरा करती है. शुरुआत में कम यात्री मिलने के कारण इसकी समीक्षा भी की गई थी, लेकिन नियमित संचालन शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या में सुधार हुआ. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के अनुरोध पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस सेवा को नागपुर तक बढ़ाने का निर्णय लिया, जिसके बाद यह ट्रेन अब इंदौर से नागपुर तक संचालित हो रही है.
इंदौर-भोपाल वंदे भारत की शुरुआत 27 जून को हुई थी और ट्रेन उज्जैन में मात्र 5 मिनट के लिए रुकते हुए तेजी गति से अपना सफर पूरा कर लेती है. शुरुआत में कम यात्री मिलने के कारण इसकी समीक्षा भी गई थी, लेकिन नियमित संचालन शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या में सुधार हुआ है.
