आज 19 नवंबर, 2025 बुधवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि है. इस तिथि पर भगवान रुद्र शासन करते हैं. साधना करने, शिव पूजा और समस्याओं पर काबू पाने की योजना बनाने के लिए ये एक अच्छा दिन है. विवाह या शुभ समारोह इस दिन नहीं करना चाहिए. चतुर्दशी तिथि सुबह 09.43 बजे तक है. इसके बाद अमावस्या शुरू हो रही है.
19 नवंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : मार्गशीर्ष
- पक्ष : कृष्ण पक्ष चतुर्दशी
- दिन : बुधवार
- तिथि : कृष्ण पक्ष चतुर्दशी
- योग : सौभाग्य
- नक्षत्र : स्वाति
- करण : शकुनी
- चंद्र राशि : तुला
- सूर्य राशि : वृश्चिक
- सूर्योदय : सुबह 06:55 बजे
- सूर्यास्त : शाम 05:54 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 06.47 बजे (20 नवंबर)
- चंद्रास्त : शाम 04.35 बजे
- राहुकाल : 12:24 से 13:47
- यमगंड : 08:17 से 09:39
अस्थायी प्रकृति के कार्यों के लिए उपयुक्त है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र तुला राशि में 6:40 से 20:00 डिग्री तक फैला है. इसके शासक ग्रह राहु और देवता वायु हैं. यह अस्थायी प्रकृति का नक्षत्र है, लेकिन यात्रा करने, नया वाहन प्राप्त करने, बागवानी करने, जुलूसों में जाने, खरीदारी करने, दोस्तों से मिलने और अस्थायी प्रकृति की किसी भी चीज के लिए इसे उपयुक्त माना जाता है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 12:24 से 13:47 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.
