रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से नवा रायपुर स्थित नए भवन में शुरू होगा। आज पुराने भवन में एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। सत्र के दौरान छत्तीसगढ़ के 25 साल के संसदीय इतिहास को याद किया गया। CM विष्णुदेव साय ने कहा, छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा में वर्तमान विधानसभा भवन हमारी सामूहिक कार्यसंस्कृति, संवाद, लोकतांत्रिक मर्यादाओं और जनसेवा के संकल्प का साक्षी रहा है। पिछले 25 वर्षों में इस भवन ने अनगिनत ऐतिहासिक निर्णयों, महत्त्वपूर्ण बहसों और जनहित से जुड़े विधेयकों को जन्म लेते देखा है। यह भवन प्रदेश के विकास, समृद्धि और मजबूत लोकतंत्र का आधार स्तंभ रहा है। विधानसभा के विशेष सत्र के अवसर पर, इस ऐतिहासिक भवन की अविस्मरणीय स्मृतियों को संजोते हुए हमने माननीय विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह जी, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत जी, कैबिनेट के सम्माननीय सदस्यों, विधायकगणों, अधिकारी-कर्मचारियों, पत्रकार साथियों एवं अन्य सभी सहयोगियों के साथ स्मरणीय तस्वीरे ली।

बता दें, कि नए विधानसभा भवन में शीतकालीन सत्र कुल चार दिनों का होगा, जिसमें सरकार एवं विधानसभा विभिन्न विषयों पर चर्चा और निर्णय लेंगे। सत्र के पहले दिन यानी 14 दिसंबर को “विकसित छत्तीसगढ़ 2047” विषय पर विशेष चर्चा होगी। चार दिवसीय सत्र में सरकार विभिन्न विधायी कार्यों के साथ ही विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर भी जवाब देगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ की स्थापना 1 नवंबर 2000 को हुई थी। राज्य की पहली विधानसभा के पहले सत्र की बैठक 14 दिसंबर 2000 से शुरू हुई। यही वजह है कि सरकार ने नए भवन में सत्र शुभारंभ के लिए इसी तारीख का चयन किया है।
