Naxal Encounter: ‘लाल आतंक’ को सबसे बड़ा झटका लगा है. जहां छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश सीमा पर चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. इस मुठभेड़ में खूंखार नक्सली हिडमा ढेर हो गया है.
कुख्यात नक्सली हिडमा ढेर
आज सुबह छत्तीसगढ़-आंध्रप्रदेश सीमा पर चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. इस मुठभेड़ में खूंखार नक्सली हिडमा ढेर हो गया है. वहीं उसकी पत्नी राजे भी मारी गई. इस मुठभेड़ में अब तक 6 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश के ग्रेहाउंड जवानों का सर्चिंग ऑपरेशन जारी है.
हिडमा वही दहशत का नाम था, जिस पर कम से कम 26 बड़े हमलों का मास्टरमाइंड होने का आरोप था. 43 वर्षीय हिडमा 2013 के दरभा घाटी नरसंहार और 2017 के सुकमा घात सहित कम से कम 26 सशस्त्र हमलों का जिम्मेदार था.
राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी दी जानकारी
BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया हैंडल X पर ट्वीट किया, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के कार्यान्वयन में, भारत की नक्सल-विरोधी रणनीति और भी ज़्यादा धारदार, समन्वित और ख़ुफ़िया जानकारी पर आधारित हो गई है. हमारे सुरक्षा बलों और नागरिकों पर 26 से ज़्यादा क्रूर हमलों का मास्टरमाइंड, कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा, आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामाराजू ज़िले में एक भीषण मुठभेड़ में मारा गया है.’
1 करोड़ का था इनाम
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई इस मुठभेड़ में हिडमा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे उर्फ राजक्का भी मारी गई है. हिडमा उर्फ संतोष PLGA बटालियन नंबर 1 का प्रमुख था. यह सबसे घातक माओवादी हमला इकाई मानी जाती है. बता दें कि वह CPI (माओवादी) केंद्रीय समिति में बस्तर क्षेत्र का एकमात्र आदिवासी था. उस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था.’
