Shakeel Ahmed’s resignation: बिहार विधानसभा चुनाव की दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को पूरी हो गई. वोटिंग पूरी होने के साध ही शाम को एग्जिट पोल भी आ गया है. जिसमें सभी ने एनडीए की सरकार बनती दिखाई है. लेकिन चुनाव परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के सीनियर लीडर शकील अहमद ने इस्तीफा दे दिया है.
‘इस्तीफा देने का फैसला पहले ही कर लिया था’
शकील अहमद ने कहा कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला पहले ही कर लिया था. उन्होंने कहा, ‘मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला 15-20 रोज पहले ही कर लिया था. लेकिन ऐलान इसलिए नहीं किया था कि कुछ लोग मेरी वजह से क्यों नाराज हों. इसलिए दूसरे चरण की वोटिंग के बाद मैंने ऐलान किया है. मैंने 2-3 साल पहले ही चुनाव ना लड़ने की घोषणा की थी. लेकिन पार्टी की लोकल लीडिरशिप से मेरे मत अलग-अलग थे इसलिए मैंने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया.’
‘कोई और पार्टी ज्वाइन नहीं करूंगा’
शकील अहमद ने आगे बताया, ‘मैं किसी और पार्टी में नहीं जाऊंगा. मैं कांग्रेस की मेंबरशिप से अलग हो रहा हूं. लेकिन कांग्रेस की विचारधारा के साथ हमेशा रहूंगा. मेरे दादा और पिता भी कांग्रेस में रहे. मैं खुद कांग्रेस में विधायक और मंत्री रहा हूं. लोकल लीडिरशिप से मेरे मतभेद थे, इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है. मैं पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था, इसलिए चुनाव के बीच मैंने इस्तीफा नहीं दिया. अगर मैं चाहता तो इलेक्शन के दौरान ही इस्तीफा दे देता, लेकिन मैं वोटिंग खत्म होने का इंतजार कर रहा था.’
