दिल्ली में सर्दी के साथ वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता “बेहद खराब” स्तर पर दर्ज की गई। सबसे ज्यादा प्रदूषण बवाना इलाके में पाया गया, जहां AQI 412 पहुंच गया।
CPCB के मुताबिक, सोमवार सुबह 8 बजे तक रोहिणी में 390, बुराड़ी क्रॉसिंग में 389, नेहरू नगर में 387, आनंद विहार में 379 और ITO में 375 AQI दर्ज किया गया। वहीं डीटीयू (286), दिलशाद गार्डन (227), लोधी रोड (236) और द्वारका (218) की हवा “खराब” श्रेणी में रही।
दिल्ली और एनसीआर में पराली जलाने, वाहनों के धुएं और निर्माण कार्यों से हवा में पीएम2.5 का स्तर तेजी से बढ़ गया है। प्रदूषण के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया और दिल्ली सरकार से ठोस नीति बनाने की मांग की।
CPCB के वर्गीकरण के अनुसार, 401-500 AQI को “गंभीर”, 301-400 को “बहुत खराब”, 201-300 को “खराब”, 101-200 को “मध्यम” और 0-50 को “अच्छा” माना जाता है। “बहुत खराब” श्रेणी में लंबे समय तक रहने से स्वस्थ व्यक्तियों को भी श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जबकि “गंभीर” श्रेणी के प्रदूषण से सभी पर स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाता है।
