रायपुर: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रविवार देर रात से ही बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस की कई टीमें राज्य के भीतर और बाहर सक्रिय हैं। अभियान के तहत पुलिस ने अमित बघेल के करीबियों के घरों पर भी छापे मारे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बघेल के खिलाफ देवेंद्रनगर और कोतवाली थानों में एफआईआर दर्ज है। इन्हीं मामलों में कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी की तैयारी है। रायपुर के एसएसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह ने बताया कि बीती रात उनके करीबी लोगों के घर दबिश दी गई है और कई टीमें अलग-अलग जिलों में भेजी गई हैं। उन्होंने अपील की है कि इस मामले में अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप से बचें और प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखें।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
20 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति टूटने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित बघेल ने एक विवादित बयान दिया था। इस बयान में उन्होंने सिंधी हिंदू समाज के आराध्य देवता भगवान झूलेलाल, अग्रवाल समाज के संस्थापक महाराजा अग्रसेन, और राष्ट्रनायक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया था।
इसी बयान के बाद से प्रदेशभर में सिंधी और अग्रवाल समाज में भारी आक्रोश है। दोनों समाज के लोग विभिन्न जिलों के थानों में अमित बघेल के खिलाफ शिकायतें दर्ज करा रहे हैं और उनकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
फिलहाल, पुलिस लगातार दबिश दे रही है और अमित बघेल की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है।
