बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 4 नवंबर 2025 को हुए Bilaspur Train Accident की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। कोरबा से बिलासपुर आ रही मेमू पैसेंजर ट्रेन रेलवे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस दर्दनाक हादसे में 12 यात्रियों की मौत और 19 लोग घायल हुए थे। अब रेलवे की प्रारंभिक जांच में बड़ा खुलासा हुआ है—रिपोर्ट के मुताबिक, लोको पायलट विद्यासागर को हादसे का जिम्मेदार पाया गया है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर रेलवे अधिकारियों ने तोरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद ट्रेन ड्राइवर पर गैर-इरादतन हत्या (IPC 304A) का केस दर्ज किया गया। पुलिस अब पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती निष्कर्षों के मुताबिक ट्रेन संचालन में लापरवाही और सिग्नल की गलत समझ के चलते यह बड़ा हादसा हुआ।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि लोको पायलट विद्यासागर को मात्र एक महीने पहले ही यात्री ट्रेन चलाने की जिम्मेदारी दी गई थी। इससे पहले वे केवल मालगाड़ी (Goods Train) चलाते थे। अनुभव की कमी के कारण हादसे की आशंका जताई जा रही है।
रेलवे जांच टीम ने स्पष्ट किया है कि अभी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जांच जारी है—जिनमें सिग्नल विजिबिलिटी, लर्निंग काउंसलिंग, और ट्रेन के तकनीकी रिकॉर्ड शामिल हैं। टीम का कहना है कि सभी तथ्यों की पुष्टि के बाद ही अंतिम रिपोर्ट जारी की जाएगी।
